Edited By kirti, Updated: 16 Oct, 2018 01:55 PM
पांवटा साहिब में यमुना घाट लगातार हो रही मौतों से प्रशासन व सरकार की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। दरअसल लाखों लोगों की श्रद्धा का केंद्र पावटा यमुना घाट पर स्नान करने आने वालों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। स्नान घाट पर न जालियां...
पांवटा साहिब (रोबिन): पांवटा साहिब में यमुना घाट लगातार हो रही मौतों से प्रशासन व सरकार की कार्यप्रणाली पर लगातार सवाल उठ रहे हैं। दरअसल लाखों लोगों की श्रद्धा का केंद्र पावटा यमुना घाट पर स्नान करने आने वालों की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं है। स्नान घाट पर न जालियां लगी हैं और न ही डुबकी मारने वालों के लिए संगल लगी हैं। हैरानी की बात यह है कि स्नान घाट पर चेतावनी बोर्ड तक नहीं लगा है। पांवटा साहिब के विश्व प्रसिद्ध गुरुद्वारे के यमुना घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा राम भरोसे है। यहां रोज हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
बावजूद इसके प्रशासन आज तक यमुना घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए कोई इंतजाम नहीं की गए है। यमुना घाट पर ना जालियां लगाई है ना डुबकी लगाने वालों के लिए संगल लगे है। यहां नदी की गहराई को लेकर कोई चेतावनी बोर्ड भी नहीं लगा है। एक बार जो कुछ समय पहले लगा था उसे भी उखाड़ कर ऐसी जगह फेंका गया है जहां किसी की नजर नहीं पड़ती है। ऐसे में अन्य स्थानों से आने वाले श्रद्धालुओं को यमुना की गहराई का अंदाजा नहीं लगता और लोग गहरे पानी में फस कर लोग जान गवां बैठते हैं। गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान जत्थेदार हरभजन सिंह ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी स्नान घाट पर सुरक्षा के लिए हमेशा बात उठाती रहती है लेकिन सरकारी तौर पर इसके लिए प्रयास नहीं हो रहे हैं।
घाट पर सुरक्षा को लेकर कई बार स्थानीय प्रशासन ने योजना भी बनाई है लेकिन लापरवाही की वजह से कोई भी योजना सिरे नहीं चढ़ सकी जिसकी वजह से हर साल कोई ना कोई यमुना की लहरों का शिकार हो जाता है अब पावटा के प्रबुद्ध लोग इस मामले मैं फिर से संज्ञान ले रहे हैं और अब सुरक्षा के लिए तैयारी हो ना हो फिर से सरकार के समक्ष उठाने की बात कही जाए रही है। बीते रोज यमुना में एक और युवक की डूबने से क्षेत्र में शोक है वहीं प्रशासन भी इस मौत से दुखी है पावटा एसडीएम एल आर वर्मा ने कहा कि घटना बेहद दुखद है भविष्य में ऐसी घटनाएं ना हो इसके लिए प्रशासनिक स्तर पर भी इंतजाम किए जाएंगे।