Edited By Vijay, Updated: 22 Jun, 2018 02:40 PM
विश्व में पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई हैं। इसके चलते जिला प्रशासन ने भी जिला के पर्यावरण को लेकर एक योजना तैयार की है। जिला प्रशासन ने प्लास्टिक कचरे का सही निष्पादन करने के लिए जिला में ही इंडस्ट्रियल ऑयल तैयार करने का...
बिलासपुर: विश्व में पर्यावरण को स्वच्छ रखने के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई हैं। इसके चलते जिला प्रशासन ने भी जिला के पर्यावरण को लेकर एक योजना तैयार की है। जिला प्रशासन ने प्लास्टिक कचरे का सही निष्पादन करने के लिए जिला में ही इंडस्ट्रियल ऑयल तैयार करने का निर्णय लिया है। इसके लिए जिला में एक इंडस्ट्री स्थापित करने के लिए जिला प्रशासन ने जमीन की तलाश शुरू कर दी है। जिला प्रशासन ने यह योजना स्वीडन की तर्ज पर तैयार की है। स्वीडन में भी प्लास्टिक कचरे से इंडस्ट्रियल ऑयल तैयार किया जाता है।
कचरे से विद्युत उत्पादन करने की भी योजना
इतना ही नहीं, जिला प्रशासन कचरे से विद्युत उत्पादन करने की योजना भी तैयार कर रहा है। चंडीगढ़ के धनांश में भी कचरे से विद्युत उत्पादन किया जाता है। इंडस्ट्रियल ऑयल तैयार करने के लिए जिला प्रशासन को करीब 2 एकड़ जमीन की आवश्यकता है। जमीन का चयन होने के बाद इस योजना को मंजूरी के लिए प्रदेश सरकार को भेजा जाएगा। प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद इस पर जिला प्रशासन आगामी कार्रवाई शुरू करेगा। जिला में इंडस्ट्रियल ऑयल की इंडस्ट्री लगने के बाद न केवल बेरोजगारों को रोजगार मिलेगा बल्कि नगर परिषद के माध्यम से एकत्रित होने वाले प्लास्टिक के कचरे का भी सही निष्पादन होगा। अगर जिला प्रशासन की यह योजना कार्यान्वित हो जाती है तो बिलासपुर जिला में पर्यावरण काफी हद तक संतुलित हो जाएगा।
इंडस्ट्री लगाने के लिए हो रहा भूमि का चयन
उधर, इस बारे में डी.सी. बिलासपुर विवेक भाटिया ने बताया कि जिला प्रशासन ने प्लास्टिक से इंडस्ट्रियल ऑयल तैयार करने के लिए एक योजना बनाई है। इस योजना को मूर्तरूप देने का कार्य शुरू कर दिया गया है। इंडस्ट्री लगाने के लिए जमीन का चयन किया जा रहा है। जमीन चयनित हो जाने के बाद इसकी प्रपोजल तैयार कर प्रदेश सरकार को भेजी जाएगी।