Edited By Vijay, Updated: 11 Sep, 2018 10:34 PM
मनाली-लेह मार्ग पर कोकसर से राक्षीढांक के बीच सफर करना यानी आफत मोल लेना है। यहां पर सड़क ने दलदल का रूप धारण कर लिया है। यहां दर्जनों गाड़ियां फंस रही हैं, जिसके चलते लाहौल-स्पीति जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मनाली: मनाली-लेह मार्ग पर कोकसर से राक्षीढांक के बीच सफर करना यानी आफत मोल लेना है। यहां पर सड़क ने दलदल का रूप धारण कर लिया है। यहां दर्जनों गाड़ियां फंस रही हैं, जिसके चलते लाहौल-स्पीति जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि बी.आर.ओ. को इस सड़क को सुधारना चाहिए लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है। उनका कहना है कि यहां से गाड़ियों को गुजारना खतरे से खाली नहीं है।
गाड़ियां गुजारना बन गया है नई चुनौती
लाहौल निवासी सुमित का कहना है कि कोकसर से राक्षीढांक तक के रास्ते में मिट्टी और दलदल ने राहगीरों का चलना मुश्किल कर दिया है। उनका कहना है कि यहां कभी वाहन फिसल रहे हैं तो कभी वाहनों के चैंबर फट रहे हैं, ऐसे में वाहन चालकों को इस रास्ते से गाड़ियां गुजारना नई चुनौती बन गया है। उनका कहना है कि सड़क बी.आर.ओ. के पास है और सड़क का निर्माण कार्य भी बी.आर.ओ. ही करता है, ऐसे में लोगों की सुविधा को ध्यान में रखकर बी.आर.ओ. को उक्त सड़क की हालत सुधारनी चाहिए।
बारिश के दौरान सड़क पर गुजरना खतरे से खाली नहीं
उधर, कोकसर निवासी रतन का कहना है कि बारिश के दौरान तो इस सड़क पर गुजरना खतरे से खाली नहीं है। यहां बसें तक फंस जाती हैं तो छोटी गाडिय़ों का आप खुद ही अंदाजा लगा सकते हैं कि यहां किस कद्र मिट्टी एकत्र हो गई होगी। लोगों का कहना है कि उन्होंने कृषि मंत्री डा. राम लाल मारकंडा को भी इस समस्या से अवगत करवाया है। उन्होंने बताया कि मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया है कि वह जल्द बी.आर.ओ. को इस सड़क की हालत सुधारने के लिए कहेंगे।
सड़क से हर वर्ष लेह व स्पीति पहुंचते हैं हजारों सैलानी
उल्लेखनीय है कि इसी सड़क से हर वर्ष हजारों सैलानी लेह व स्पीति पहुंचते हैं। ऐसे में इस सड़क की हालत खराब हो जाने से बी.आर.ओ. की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। उधर, डी.सी. लाहौल-स्पीति अश्विनी कुमार चौधरी का कहना है कि सड़क की हालत सुधारने के लिए बी.आर.ओ. के अधिकारियों से बात की जाएगी। सीमा सड़क संगठन के कमांडर कर्नल ए.के. अवस्थी ने बताया कि बरसात अधिक होने से दिक्कत हुई है। उन्होंने बताया कि रोहतांग-कोकसर मार्ग को चौड़ा करने का कार्य अंतिम चरण में है। सड़क के डबललेन होते ही इस भाग को भी पक्का कर दिया जाएगा।