Edited By Vijay, Updated: 16 Jan, 2019 07:09 PM
पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रदेश में नियुक्त किए गए पदाधिकारियों को कबाड़ की संज्ञा दी थी। इस बात का असर अब कांग्रेस संगठन पर दिखना आरम्भ हो गया है। इसी के चलते बुधवार को सोलन व ऊना में कई...
सोलन/ऊना (चिनमय/सुरेंद्र): पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा प्रदेश में नियुक्त किए गए पदाधिकारियों को कबाड़ की संज्ञा दी थी। इस बात का असर अब कांग्रेस संगठन पर दिखना आरम्भ हो गया है। इसी के चलते बुधवार को सोलन व ऊना में कई कांग्रेस पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए हैं। सोलन में 5 पदाधिकारियों ने शहरी कांग्रेस प्रधान जतिन साहनी को इस्तीफे सौंप दिए हैं। इस्तीफे सौंपने वालों में शहरी कांग्रेस के उपप्रधान अतुल आनंद, महासचिव विनेश धीर, महासचिव गुरप्रीत सिंह, महासचिव रविंद्र बक्शी, सचिव मोहम्मद अनवर व सचिव अनिल कुमार शामिल हैं। इसकी वजह से शहर में सियासी पारा उफान पर है।
कार्यकर्ताओं की बदौलत ही मुख्यमंत्री बनते रहे वीरभद्र
वहीं ऊना में पदाधिकारियों ने जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष विवेक शर्मा विक्कू को इस्तीफे देते हुए पूर्व सी.एम. वीरभद्र सिंह पर प्रहार किया है। पार्टी के जिला प्रवक्ता वरुण पुरी, महासचिव गोल्डी कपिला, प्रदेश सचिव अंकुश शर्मा, सुदेश शर्मा, ओ.बी.सी. सैल के राकेश सैनी, पंचायती राज संगठन के जिलाध्यक्ष मुकेश जसवाल, युवा कांग्रेस के उपाध्यक्ष विवेक ठाकुर, सौरभ रतन सहित कई पदाधिकारियों ने कहा है कि वीरभद्र सिंह ने पूर्व अध्यक्ष सुखविंदर सुक्खू व कांग्रेस नेताओं को कबाड़ कहकर उनका अपमान किया है। कार्यकर्ताओं की बदौलत ही वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री बनते रहे हैं। सुक्खू ने कांग्रेस को मजबूत किया है।