Edited By Ekta, Updated: 22 Apr, 2019 03:24 PM
कई सालों से जल रोमांचक खेलों का इंतजार कर रहे जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर क्षेत्र में जल्द रीवर राफ्टिंग शुरू होगी। एड्वैंचर के क्षेत्र में कार्य कर रही पालमपुर की टाइगर टीम एडवैंचर को ब्यास नदी में रीवर राफ्टिंग में सफलता मिली है। इसके लिए जिला मंडी...
पालमपुर (मुनीष): कई सालों से जल रोमांचक खेलों का इंतजार कर रहे जिला कांगड़ा के जयसिंहपुर क्षेत्र में जल्द रीवर राफ्टिंग शुरू होगी। एड्वैंचर के क्षेत्र में कार्य कर रही पालमपुर की टाइगर टीम एडवैंचर को ब्यास नदी में रीवर राफ्टिंग में सफलता मिली है। इसके लिए जिला मंडी के त्रिवेणी से लेकर जयसिंहपुर के हारसीपत्तन तक के क्षेत्र को उपयुक्त पाया गया है। यह पहली बार हुआ है कि ब्यास नदी में इस क्षेत्र में रीवर राफ्टिंग की गतिविधियां शुरू हुई हों। टाइगर टीम एडवैंचर के चेयरमैन राजीव जम्वाल ने बताया कि ब्यास नदी के इस हिस्से में रीवर राफ्टिंग की काफी संभावना है और यह क्षेत्र ऐसी एडवैंचर वाटर स्पोर्ट्स के लिए काफी उपयुक्त है।
मंडी, कांगड़ा व हमीरपुर जिलों की सीमा के केंद्र बिंदु लडभड़ोल के साथ लगता त्रिवेणी धार्मिक पर्यटन की दृष्टि से काफी प्रसिद्ध हैं। इस स्थान में ब्यास नदी व बिनवा का संगम होता है, इसके अलावा त्रिवेणी महादेव से निकलने वाली जलधारा भी यहीं मिलती है, ऐसे में अब यह स्थान वाटर स्पोर्ट्स के मानचित्र में आता है, तो इस स्थान से लेकर जयसिंहपुर तक काफी लोगों को रोजगार मिल सकता है। मौजूदा समय में ब्यास नदी में केवल कुल्लू जिला में ही रीवर राफ्टिंग होती है। जबकि कांगड़ा में पौंग बांध के क्षेत्र में कुछ वाटर स्पोर्ट्स गेम का आयोजन होता है। हालांकि नादौन के समीप भी वाटर स्पोर्ट्स शुरू करने के प्रयास सरकार ने किए थे, लेकिन वो प्रयास आज तक धरातल पर नहीं उतर पाए थे।