Edited By Rajneesh Himalian, Updated: 07 Nov, 2020 02:58 PM
देवभूमि की वादियों में प्राकृतिक सुरम्यता का लुत्फ उठाने के लिए ज्यूंणी वैली के देवीदहड़ में आने वाले पर्यटकों को अर्धचांद तालाब और प्राकृतिक घटाओं का दीदार करने के लिए मनरेगा ट्रीहट का निर्माण किया जा रहा है।
गोहर (ख्यालीराम): देवभूमि की वादियों में प्राकृतिक सुरम्यता का लुत्फ उठाने के लिए ज्यूंणी वैली के देवीदहड़ में आने वाले पर्यटकों को अर्धचांद तालाब और प्राकृतिक घटाओं का दीदार करने के लिए मनरेगा ट्रीहट का निर्माण किया जा रहा है। देवदारों के पेड़ों पर निर्मित किए जा रहे ट्रीहाउस से पर्यटक खूब मनोरंजन कर सकेंगे।
जहल पंचायत प्रधान ओम चंद ने बताया कि देवीदहड़ वैली को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। यह ठीक है कि लोगों में स्थल पर्यटन की दृष्टि से अरसा से शुमार है और पर्यटकों में गहरी छाप छोड़े हुए है। लेकिन यहां आने वाले सैलानियों के लिए प्राकृतिक संसाधनों को निहारने के सिवा मनोरंजन के जरिए न होने के कारण कमी खलती रही है। जिसे पूरा करने के लिए पंचायत ने विशेष मुहिम चलाई है।
पंचायत ने उसी कड़ी में देवी मुंडासन के परिसर के साथ खाली पड़ी भूमि पर अर्धचांद तालाब, फव्वारे का निर्माण कर पर्यटकों की सहूलियत को लेकर आधुनिक तकनीक के आधार पर परिसर में फेंसिंग की जा रही है, जबकि कृतिम अर्धचांद तालाब में बोट्स का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि देवीदहड़ पर्यटन स्थल के रूप में दिनोंदिन विकसित हो रहा है। जिसमें और ज्यादा संसाधन जुटाकर पर्यटकों के मनोरंजन को लेकर मनरेगा ट्रीहट का निर्माण किया जा रहा है।
परिसर में अर्धचांद तालाब, फव्वारे के साथ पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 5 लाख रुपये की लागत से धरती से 9 फीट की ऊंचाई पर ट्रीहाउस बनाए जा रहे हैं। जिसमें एक साथ लगभग 10 दस लोग बैठकर देवीदहड़ की प्राकृतिक भौगोलिक परिदृश्यों से रूबरू होकर लुत्फ उठा सकेंगे।
विकास खंड अधिकारी निशांत शर्मा ने कहा कि देवीदहड़ स्थल पहले ही रमणीय स्थानों में शुमार है। यहां जो ट्रीहट का निर्माण किया जा रहा है सैलानियों के मनोरंजन के लिए आकर्षण का विशेष केंद्र बनकर उभरेगा। इसके निर्माण में लोहे के एंगल, गाडर के साथ लकड़ी से सुसज्जित किया जा रहा है। ट्रीहट की लागत पांच लाख रुपये है। यह मनरेगा के द्वारा देश व प्रदेश में अपने तरह का पहला ट्रीहट है और देश के पर्यटन केंद्रों में गिने चुने स्थानों पर ही मिलेगा।