Edited By Vijay, Updated: 11 Aug, 2018 10:13 PM
प्रदेश एम्बुलैंस कर्मचारियों की बार-बार हो रही हड़ताल को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कंपनी को दो टूक कहा है कि अब कर्मचारी हड़ताल पर गए तो कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है।
शिमला: प्रदेश एम्बुलैंस कर्मचारियों की बार-बार हो रही हड़ताल को लेकर प्रदेश सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कंपनी को दो टूक कहा है कि अब कर्मचारी हड़ताल पर गए तो कंपनी को बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। ऐसे में कंपनी के अधिकारी भी सकते में आ गए हैं। कंपनी के अधिकारियों को सरकार ने निर्देश जारी किए हैं कि 108 कर्मचारी और कंपनी के अधिकारी आपस में मिलजुल कर काम करें। अब अगर दोबारा से कर्मचारी हड़ताल पर जाते हैं तो कंपनी पर गाज गिरना तय है। एम्बुलैंस कर्मचारी इसे पहले 4-5 बार हड़ताल पर जा चुके हैं और प्रदेश सरकार व कोर्ट के आदेशों के बाद कर्मचारी वापस काम पर लौट आते हैं।
कर्मचारियों ने पहले की थी 20 दिनों की हड़ताल
बताया जा रहा है कि हड़ताल पर जाने को लेकर हमेशा ही कर्मचारियों को कंपनी गलत ठहराती है लेकिन इस बार सरकार ने कड़ा संज्ञान लिया है कि इसमें कर्मचारियों की ही गलती नहीं हो सकती है बल्कि कंपनी की भी गलती हो सकती है। दोबारा से कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से सरकार भी कंपनी पर कड़ी कार्रवाई करेगी। एम्बुलैंस कर्मचारियों की पहले 20 दिनों तक हड़ताल जारी है। इसके चलते प्रदेश भर के मरीजों को दिक्कतें भी झेलनी पड़ी हैं, ऐसे में जी.वी.के. ई.एम.आर.आई. कंपनी ने उस दौरान भी कई प्रकार के तरीके अपनाए। एक बार 63 कर्मचारियों को नौकरी से भी निकाल दिया गया था।
कंपनी ने तैयार किया था कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त करने का प्लान
बीते 2 दिन पहले हुई हड़ताल को लेकर भी कंपनी ने कर्मचारियों को नौकरी से बर्खास्त करने का प्लान तैयार किया था लेकिन उतने में कोर्ट ने हड़ताली कर्मचारियों के मामले को लेकर कड़ा संज्ञान लिया और उनकी हड़ताल खत्म करवाई। सरकार के ध्यान में यह बात जरूर आई है कि हर बार अपनी मांगों को लेकर 108 एम्बुलैंस कर्मचारी हड़ताल पर नहीं जा सकते हैं। इसके पीछे कोई न कोई वजह हो सकती है। इसी के चलते सरकार ने कंपनी के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया है।