Edited By Ekta, Updated: 21 May, 2019 01:17 PM
स्कूलों में अब नशा करने वाले छात्र आसानी से पकड़े जाएंगे। विभाग ने ऐसे छात्रों की पहचान करवाने के लिए सभी सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों को स्कूल परिसर में हैल्थ चैकअप कैंप लगवाने के निर्देश जारी किए हैं ताकि इससे नशा करने वाले छात्रों की पहचान की जा...
शिमला (प्रीति): स्कूलों में अब नशा करने वाले छात्र आसानी से पकड़े जाएंगे। विभाग ने ऐसे छात्रों की पहचान करवाने के लिए सभी सरकारी व गैर-सरकारी स्कूलों को स्कूल परिसर में हैल्थ चैकअप कैंप लगवाने के निर्देश जारी किए हैं ताकि इससे नशा करने वाले छात्रों की पहचान की जा सके। इसके लिए स्कूलों को स्वास्थ्य विभाग से सहयोग लेने को कहा है। इस हैल्थ कैंप में सभी छात्र-छात्राओं का पूरा चैकअप किया जाएगा। ब्लड टैस्ट से लेकर छात्रों के अन्य सभी प्रकार के टैस्ट भी लिए जाएंगे ताकि इससे नशे के आदी छात्रों की भी पहचान हो सके और जो छात्र अनियमिक हैं या जिन्हें कैल्शियम की कमी है, उनका भी पता चल पाए।
विभाग के संयुक्त निदेशक की ओर से स्कूलों को ये निर्देश दिए गए हैं। इस दौरान जो छात्र नशे के आदी पाए जाएंगे, उनकी स्वास्थ्य विभाग के विशेषज्ञ काऊंसलिंग करेंगे। इसके साथ जो अनियमिक पाए जाते हैं, उन्हें विभाग आयरन और कैल्शियम की दवाइयां देगा। इस दौरान विभाग ने उन छात्रों की सूची भी तलब की है, जो इन चैकअप कैंप में नशे के आदी पाए जाएंगे। विभाग ने ऐसे छात्रों को स्कूलों में नशे पर बनी डॉक्यूमैंट्री दिखाने को भी कहा है। इसके अलावा विभाग ने इन छात्रों के अभिभावकों को भी छात्रों की हैल्थ चैकअप रिपोर्ट दिखाने को कहा है।
स्कूलों में नोडल अधिकारी की नियुक्ति के आदेश
शिक्षा विभाग ने स्कूलों को इसके लिए एक नोडल अधिकारी की नियुक्ति करने को कहा है। ये नोडल अधिकारी स्कूलों में नशे के खिलाफ जागरूकता रैली, मैराथन, स्किट व पेंटिंग प्रतियोगिता करवाकर छात्रों को नशेे से दूर रहने के लिए जागरूक करेंगे। इस दौरान स्कूलोंं में की जाने वाली ऐसी सभी गतिविधियों का अधिकारी को रिकार्ड रखना होगा और बाद में इसकी रिपोर्ट तैयार कर शिक्षा निदेशालय को भेजनी होगी।