Edited By Ekta, Updated: 05 Aug, 2019 04:19 PM
छात्र संगठन एनएसयूआई ने हाल ही में सरकारी नौकरी में नियुक्त किए गए गैर- हिमाचलियों को बाहर करके प्रदेश के बेरोजगारों को नौकरियां देने की मांग उठाई है। अपनी इसी मांग को लेकर छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मंडी शहर में एक रैली...
मंडी (नीरज): छात्र संगठन एनएसयूआई ने हाल ही में सरकारी नौकरी में नियुक्त किए गए गैर- हिमाचलियों को बाहर करके प्रदेश के बेरोजगारों को नौकरियां देने की मांग उठाई है। अपनी इसी मांग को लेकर छात्र संगठन एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मंडी शहर में एक रैली निकाली और उपरांत इसके जिला प्रशासन के माध्यम से राज्य सरकार को अपना एक ज्ञापन भी भेजा। वहीं इस दौरान इन्होंने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की।
एनएसयूआई के पूर्व जिलाध्यक्ष आजाद भूरा ने कहा कि जब-जब प्रदेश में भाजपा की सरकारें सत्तासीन हुई तब-तब हिमाचल के हितों को बेचने का काम किया गया। भाजपा कभी धारा 118 का उल्लंघन करके हिमाचल की जमीनों को बेचने का प्रयास करती है तो कभी बाहरी लोगों को रोजगार देकर यहां के बेरोजगारों के साथ अन्याय करती है। इन्होंने सरकार को चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही सरकार ने अपनी इस नीति को नहीं बदला तो फिर प्रदेश भर में सीएम के पुतलों को जलाने से कोई गुरेज नहीं किया जाएगा।
जयराम सरकार के खिलाफ गरजी NSUI
कुल्लू महाविद्यालय एनएसयूआई केंपस अध्यक्ष अजीत कुमार ने बताया कि प्रदेश में करीब 9 लाख बेरोजगार युवा है, जो रोजगार के लिए दर-दर भटक रहे हैं। प्रदेश सरकार ने सचिवालय में बाहरी राज्यों के 16 युवाओं को नौकरी देकर प्रदेश के लाखों बेरोजगारों के साथ के धोखा किया है और प्रदेश के युवा पढ़ लिखकर नौकरी की तलाश कर रहे हैं। प्रदेश सरकार बाहरी राज्यों के युवाओं को नौकरी दे रही है जिससे प्रदेश के युवा के साथ अन्याय हो रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार जवाब दे बाहरी राज्यों को सचिवालय में नियुक्ति क्यों दी और प्रदेश के बेरोजगारों के सामने मुख्यमंत्री दे जवाब। उन्होंने कहाकि सचिवालय में सभी 16 कर्लकों की नियुक्त निरस्त करें नहीं तो आगामी समय में प्रदेश के युवा बेरोजगार सड़कों में उग्र आंदोलन करेंगे जिसकी जिम्मेबारी प्रदेश सरकार की होगी।