Edited By kirti, Updated: 04 May, 2018 12:01 PM
नगर परिषद की परिसंपत्तियों पर किराएदारों की मनमानी नगर परिषद के लिए परेशानी बन गई है। आधे किराएदारों द्वारा नगर परिषद को देय किराए पर कुंडली मार ली है। ऐसे में अब नगर परिषद ने उच्चाधिकारियों से इन डिफाल्टर किराएदारों की बिजली काटने की अनुमति मांगी...
पालमपुर : नगर परिषद की परिसंपत्तियों पर किराएदारों की मनमानी नगर परिषद के लिए परेशानी बन गई है। आधे किराएदारों द्वारा नगर परिषद को देय किराए पर कुंडली मार ली है। ऐसे में अब नगर परिषद ने उच्चाधिकारियों से इन डिफाल्टर किराएदारों की बिजली काटने की अनुमति मांगी है। यही नहीं नगर परिषद इन सभी डिफाल्टर किराएदारों को नोटिस भी जारी करने जा रही है।
नगर परिषद नोटिस जारी करने की तैयारी में
जानकारी अनुसार 92 दुकानदारों को नगर परिषद ने नोटिस जारी करने की तैयारी कर ली है। इन सबके पास लगभग 50 लाख रुपए की धनराशि अटकी पड़ी हुई है। स्वयं आर्थिक संकट से जूझ रही नगर परिषद के आय के इस सबसे बड़े स्रोत के अवरुद्ध होने से नगर परिषद के कई प्रोजैक्टों के खटाई में पड़ने की स्थिति भी उभर सकती है। जानकारी अनुसार नगर परिषद द्वारा लगभग 200 परिसंपत्तियां किराए पर दी गई हैं। ऐसे में स्पष्ट है कि आधे किराएदार किराए देने में गुरेज कर रहे हैं। उधर स्थिति यह है कि कुछेक ने तो इन संपत्तियों को आगे किराए पर दे रखा है। यद्यपि रैंट कंट्रोल एक्ट के अनुसार बिना भवन स्वामी की अनुमति के भवन को आगे किराए पर देना कानूनी तौर पर गलत है।