Edited By Jinesh Kumar, Updated: 09 Nov, 2018 12:56 PM
करीब 3 माह पहले बरसात के सीजन के दौरान थोहडा पंचायत में स्थित रत्ते घर वाली माता के मंदिर वाले वन क्षेत्र में बादल फटने की घटना के फलस्वरूप निकटवर्ती गांव खरोड में जहां अनेक लोगों की कृर्षि योग्य भूमि व फसल नष्ट हो गई, वहीं स्थानीय किसान सुसफ की 8...
नूरपुर (राकेश) : करीब 3 माह पहले बरसात के सीजन के दौरान थोहडा पंचायत में स्थित रत्ते घर वाली माता के मंदिर वाले वन क्षेत्र में बादल फटने की घटना के फलस्वरूप निकटवर्ती गांव खरोड में जहां अनेक लोगों की कृर्षि योग्य भूमि व फसल नष्ट हो गई, वहीं स्थानीय किसान सुसफ की 8 कनाल कृषि भूमि बंजर हो गई। फसल बबाई हो गई व 2 गाएं भी इस प्रकोप की भेंट चढ़ गईं। उसे 3 लाख से भी ज्यादा की आर्थिक क्षति का सामना करना पड़ा। पीडि़त किसान युसफ के अनुसार उस त्रासदी का मौका प्रशासन की तरफ से आए विभिन्न अधिकारियों द्वारा देखा गया था, लेकिन उसे सरकार की तरफ से मदद तो क्या मल्बे को हटाने तक की कोई सहायता नहीं मिली।
मलबा तक साफ करने में नहीं मिली प्रशासन की सहायता
उन्होंने बताया कि हालांकि प्रशासन ने उसे मलबा साफ करने व मदद देने का भरोसा दिया था। प्रशासन से जब उसे नूरपुर में जाकर गुहार लगाई तो उसे बीडीओ से इस बारे सपंर्क करने को कहा गया। उधर इस बारे में एसडीएम डा. सुरेंद्र ठाकुर ने कहा कि पीडि़त व्यक्ति राजस्व विभाग के माध्यम से अपने नुक्सान का केस बनबाकर तथा पंचायत की रिपोर्ट के साथ मेरे कार्यालय में आवेदन करे, जिस पर नियमानुसार कार्रवाई कर क्षतिपूर्ती की जाएगी।