Edited By Vijay, Updated: 01 Dec, 2019 10:24 PM
ठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरोगेज रेलमार्ग पर पर्यटन स्थलों के साथ धार्मिक स्थलों को जाेड़ने वाली पालमपुर कांगड़ा वैली का रेल सफर आगामी समय में और सुगम होने जा रहा है। बीते शनिवार को नया रेल इंजन पठानकोट जंक्शन पहुंच गया है व पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग...
पपरोला (ब्यूरो): पठानकोट-जोगिंद्रनगर नैरोगेज रेलमार्ग पर पर्यटन स्थलों के साथ धार्मिक स्थलों को जाेड़ने वाली पालमपुर कांगड़ा वैली का रेल सफर आगामी समय में और सुगम होने जा रहा है। बीते शनिवार को नया रेल इंजन पठानकोट जंक्शन पहुंच गया है व पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेलमार्ग पर दौड़ने को तैयार है, जिसके लिए रोडमैप भी तैयार हो चुका है। सूत्रों की मानें तो अन्य नए रेल इंजनों का निर्माण भी मुंबई की परेल वर्कशॉप में तेजी से हो रहा है।
पुराने इंजनों में 3 की आयु हो चुकी है पूरी
गौरतलब है कि इस समय इस रेलमार्ग पर पुराने इंजन रेल कोचों के साथ दौड़ रहे हैं, यानी अप-डाऊन नैरोगेज रेलगाड़ियां इस रेलखंड पर दौड़ती हैं, जिन्हें ढोने वाले पुराने इंजनों में 3 की आयु पूरी हो चुकी है। वहीं 4 अन्य की अगले वर्ष की शुरूआत में आयु पूरी हो जाएगी, ऐसे में नए इंजन तेजी से आकर इस सैक्शन से जुड़ते हैं तो पठानकोट से जोगिंद्रनगर तक का 149 किलोमीटर लम्बा सफर कम समय में पूरा किया जा सकेगा।
पुराने इंजनों की भरपाई के लिए तैयार होंगे 12 नए इंजन
इस रेलखंड पर पुराने हो रही इंजनों की भरपाई के लिए 12 नए इंजनों का निर्माण होना है, जिसमें पहला इंजन जेडीएम 3.715 वर्कशॉप में तैयार हो चुका है। अब स्टाफ नए रेल इंजन का ट्रायल करेगा व कुछ कमी रहने के बाद इसे सुधार कर ट्रैक पर दौड़ाया जाएगा। इसके अलावा बताया जा रहा है कि कोचों को सैटिंग करने के समय यह रेल का नया इंजन समय की बचत करेगा व इससे दुर्घटनाओं में भी अंकुश लगेगा।