Edited By prashant sharma, Updated: 11 Feb, 2021 10:51 AM
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति 2020 के समस्त पहलुओं का अध्ययन करने व क्रियान्वयन करने पर आवश्यक सुझाव देने के लिए वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई।
धर्मशाला (नवीन) : हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी की अध्यक्षता में नई शिक्षा नीति 2020 के समस्त पहलुओं का अध्ययन करने व क्रियान्वयन करने पर आवश्यक सुझाव देने के लिए वीडियो कांफ्रेसिंग के माध्यम से बैठक आयोजित की गई। बैठक में अक्षय सूद, सचिव, कुलदीप डोगरा, कंवर विजय भारतीय, पवन कुमार, उज्जवल, भूपिंद्र सिंह, ओम प्रकाश, अरुण डोगरा तथा बोर्ड के अन्य अधिकारी उपस्थित थे। बैठक में ड्रॉपआऊट बच्चों की संख्या कम होने तथा सभी स्तरों पर शिक्षा की सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करना, समतामूलक और समावेशी शिक्षाः सभी के लिए अधिगम, स्कूल कॉम्पलैक्स/कलस्टर के माध्यम से कुशल संसाधन और प्रभावी गवर्नेंस तथा स्कूली शिक्षा के लिए मानक निर्धारण और प्रत्यायन के पहलुओं पर चिंतन व विचार-विमर्श किया गया। बोर्ड अध्यक्ष डॉ. सुरेश कुमार सोनी ने कहा कि नई शिक्षा नीति, 2020 कृत्रिम बुद्धिमता से प्रभावित वर्तमान की पीढ़ी को प्रभावी बुद्धिमता की ओर ले जाएगी और इस नीति द्वारा प्रतिभा की पहचान के साथ-साथ उनका विश्वास और विस्तार भी किया जाएगा। नई शिक्षा नीति न सिर्फ देश में बल्कि विश्व में विचार-विमर्श का केंद्र रही है और यह विश्व के सबसे बड़े रिफार्म के रुप में उभरी है। यह नीति नए भारत की कल्पना करती है जो प्रगतिशील, समृद्ध, रचनात्मक और नैतिक मूल्य पर आधारित है। बोर्ड सचिव अक्षय सूद ने कहा कि प्रबुद्ध शिक्षकों से विचार मंथन करने जो रचनात्मक सुझाव प्राप्त होंगे उन्हें क्रियान्वित रुप प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा।