Edited By Ekta, Updated: 05 Aug, 2019 06:19 PM
शिमला शहर में अब विकास कार्य ठप होने लगे हैं। नगर निगम में नए टेंडरों का ठेकेदारों ने बहिष्कार शुरू कर दिया है। नगर निगम द्वारा विकास कार्यों के टेंडर कॉल किए जा रहे हैं लेकिन एक भी ठेकेदार आवेदन नहीं कर रहा। रास्तों, डंगों, ड्रेनेज सिस्टम आदि...
शिमला (तिलक राज): शिमला शहर में अब विकास कार्य ठप होने लगे हैं। नगर निगम में नए टेंडरों का ठेकेदारों ने बहिष्कार शुरू कर दिया है। नगर निगम द्वारा विकास कार्यों के टेंडर कॉल किए जा रहे हैं लेकिन एक भी ठेकेदार आवेदन नहीं कर रहा। रास्तों, डंगों, ड्रेनेज सिस्टम आदि कार्यों से जुड़े कार्यो के टेंडरों का ठेकेदार बहिष्कार कर चुके हैं। सोमवार को निगम के ठेकेदारों ने बैठक कर टेंडरों का बहिष्कार का फैसला जारी रखने का फैसला लिया। उनका कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं मानी जाती वह अपना बहिष्कार जारी रखेंगे।
निगम से निकलने वाले किसी भी टेंडर के लिए आवेदन नहीं करेंगे। ठेकेदार निगम की ओर से 10 फीसदी परफार्मेंस गारंटी लगाए जाने का विरोध कर रहे हैं। निगम ने यह शर्त इसलिए लगाई है ताकि शहर में ठेकेदारों की लापरवाही से कामों में देरी न हो। लेकिन ये शर्त ठेकेदारों को रास नहीं आ रही है और इसका विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले ही निगम जीएसटी नहीं जोड़ रहा है और जो काम पूरे कर दिए जाते हैं उनकी पेमेंट भी समय पर नहीं दी जाती है। जिससे उन्हें मजदूरों को पेमेंट देने में मुश्किल हो रही है। ठेकेदारों ने साफ किया कि इनकी मांगें नहीं मानी जाती है तो आने वाले समय में सभी कार्यो को भी ठप कर दिया जाएगा।