Edited By Vijay, Updated: 06 Apr, 2021 09:07 PM
नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि प्रदेश में होने जा रहे 4 नगर निगम के चुनावों में जयराम सरकार एड़ियाें पर आ गई है। इससे स्पष्ट हो गया है कि आने वाला समय जयराम सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है। वर्ष 2022 के विस चुनाव में भाजपा का सफाया होगा...
सोलन (ब्यूरो): नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री का कहना है कि प्रदेश में होने जा रहे 4 नगर निगम के चुनावों में जयराम सरकार एड़ियाें पर आ गई है। इससे स्पष्ट हो गया है कि आने वाला समय जयराम सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है। वर्ष 2022 के विस चुनाव में भाजपा का सफाया होगा यह अब तय हो गया है। नगर निगम के चुनाव में सरकार सोलन, मंडी, पालमपुर व धर्मशाला में कैंप लगाकर बैठी हुई थी। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि सरकार के साढ़े 3 साल के विकास की अब हवा निकल चुकी है। यही कारण है कि सरकार अब धन बल व लोगों को डराकर-धमका कर और दबाव बनाकर जीत हासिल करना चाह रही है लेकिन अब ऐसा होने वाला नहीं है। सरकार को अब कर्मचारियों को वेतन आयोग देने व अनुबंध को 2 वर्ष करने की याद आई है। सरकार ने बजट में इसका प्रावधान क्यों नहीं किया। सरकार की अब बेचैनी बढ़ चुकी है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को तो अपनी होम पिच मंडी में नगर निगम चुनाव में भी हार का सामना करना पड़ेगा।
सरकार की लापरवाही से फैला प्रदेश में कोरोना
अग्निहोत्री ने आरोप लगाया कि सरकार की कथित लापरवाही के कारण प्रदेश में कोरोना फैला है। सरकार यदि संयंम बरतती और अपने राजनीतिक कार्यक्रमों से परहेज करती तो दूसरे राजनीतिक दल भी ऐसा करने से अपने आप को रोकते। कोरोना को देखते हुए अब अपनी स्वर्ण जयंती यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया है। यदि सरकार स्वर्ण जयंती यात्रा में इस्तेमाल किए जाने वाले 60 रथों को हर निर्वाचन क्षेत्र में लोगों को कोरोना से जागरूक करने के लिए लगाती तो आज कोरोना की ऐसी स्थिति नहीं होती। जयराम सरकार आज स्वर्ण जयंती यात्रा निकाल रही है। भाजपा नेताओं ने स्टेट हुड का विरोध किया है। भाजपा का इसमें क्या योगदान है। हिमाचल को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी व पूर्व मुख्यमंत्री स्व. डॉ. वाईएस परमार का योगदान है।
कर्ज की बैसाखियों पर चली है जयराम सरकार
उन्होंने कहा कि जयराम सरकार को तो कर्ज की बैसाखियों पर चली हुई है। अब तो सरकार के मंत्री भी कहने लग गए हैं कि सरकार का अफसरसाही पर नियंत्रण नहीं है। सरकार पूरी तरह से फेल हो गई है। नगर निगम चुनाव में भाजपा की हार के बाद सरकार की उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। कांग्रेस ने जिस एक जुटता के साथ 4 नगर निगम चुनाव लड़ा है। उससे अब अंदाजा हो गया है कि वर्ष 2022 के चुनाव में भाजपा का सफाया होगा।