Edited By Vijay, Updated: 10 Jan, 2020 09:39 PM
जो अधिकारी काम नहीं करेगा उसे घर बिठाया जाएगा। भारत सरकार इसके प्रति गंभीर है। कई अधिकारियों को घर बिठा भी दिया है। इसलिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें और समय पर तथा ईमानदारी से अपना काम करें।
चम्बा (ब्यूरो): जो अधिकारी काम नहीं करेगा उसे घर बिठाया जाएगा। भारत सरकार इसके प्रति गंभीर है। कई अधिकारियों को घर बिठा भी दिया है। इसलिए सभी अधिकारी अपनी जिम्मेदारी समझें और समय पर तथा ईमानदारी से अपना काम करें। यह बात चम्बा-कांगड़ा के सांसद किशन कपूर ने चम्बा में आयोजित जिला स्तरीय विकास, समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की समीक्षा बैठक के दौरान कही।
अगर जिम्मेदारी से बचोगे तो कैसे करेंगे लोगों के काम
जिला में आयोजित पहली ही बैठक में सांसद किशन कपूर के कड़े तेवर दिखाई दिए। उन्होंने कहा कि हम सब समाज के प्रति जवाबदेह हैं और जो अपनी जिम्मेदारी से बचना चाहते हैं वे कई बहाने बनाते हैं। कई अधिकारी छुट्टी पर चले जाते हैं तो कई अपना फोन बंद कर देते हैं। अगर जिम्मेदारी से बचोगे तो लोगों के काम कैसे करेंगे। सरकार ने उन्हें गाड़ी व अन्य सुख सुविधाएं दी हैं ताकि वे लोगों के काम कर सकें। उनके अधीनस्थ अगर कोई अधिकारी या कर्मचारी काम नहीं कर रहा तो उसके खिलाफ कार्यवाही करें। फील्ड में जाकर पता करें काम क्यों नहीं हो रहा।
बिना तैयारी के आए अधिकारियों को लगाई कड़ी फटकार
उन्होंने बैठक में बिना तैयारी के आए अधिकारियों को कड़ी फटकार लगाई और अगली बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने की हिदायत दी। किशन कपूर ने कहा कि हमें सारी सूचनाएं मिल जाती हैं। जनता ही हमें सूचना उपलब्ध करवाती है। कई जगह पेपर वर्क ही होता है और धरातल पर कुछ काम नहीं होता। सभी अधिकारी अपना टारगेट फिक्स करें और उस टारगेट के अनुसार ही कार्य को अंजाम दें। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपनी समस्याओं का रोना रोते हैं अगर उन्हें कोई समस्या है तो अपने उच्चाधिकारी को बताएं।
दूसरे कार्यों में डायवर्ट नहीं कर सकते फंड
उन्होंने सांसद निधि से विभिन्न विकास कार्यों को दी जाने वाली राशि के सही उपयोग को लेकर मॉनिटरिंग की व्यवस्था करने की जरूरत पर भी जोर दिया। उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि इस दिशा में सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि फंड का सही उपयोग सुनिश्चित हो। फंड आ जाते हैं, लेकिन कई अधिकारियों को पता ही नहीं होता कि फंड किस काम के लिए हैं। अगर सांसद निधि से पैसा मिलता है तो उसे उसी विकास कार्य पर खर्च करें। अधिकारी फंड को किसी दूसरे कार्य में डायवर्ट नहीं कर सकते हैं।