Edited By Vijay, Updated: 12 Jul, 2019 08:58 PM
हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वैस्टर मीट-2019 को सफल बनाने के लिए गुजरात के अहमदाबाद गए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बड़ी सफलता मिली है। इसके तहत अहमदाबाद में आयोजित रोड शो के दौरान विभिन्न औद्योगिक घरानों के साथ 880 करोड़ रुपए के एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किए...
शिमला (योगराज): हिमाचल प्रदेश ग्लोबल इन्वैस्टर मीट-2019 को सफल बनाने के लिए गुजरात के अहमदाबाद गए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को बड़ी सफलता मिली है। इसके तहत अहमदाबाद में आयोजित रोड शो के दौरान विभिन्न औद्योगिक घरानों के साथ 880 करोड़ रुपए के एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किए गए हैं। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार समस्त क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए औद्योगिक नीति के तहत आकर्षक प्रोत्साहन प्रदान कर रही है। मुख्यमंत्री ने गुजरात के व्यापार समुदाय से हिमाचल प्रदेश में निवेश करने पर विचार करने का आग्रह किया।
निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को हरसंभव सहायता का दिया आश्वासन
उन्होंने निवेश के लिए राज्य सरकार द्वारा चिन्हित क्षेत्रों पर जानकारी दी और आश्वासन दिया कि राज्य में निवेश करने के इच्छुक उद्यमियों को हरसंभव सहायता प्रदान की जाएगी। उद्योग मंत्री विक्रम सिंह ने गुजरात के निवेशकों का स्वागत करते हुए उनसे हिमाचल प्रदेश में निवेश के अवसर खोजने का आग्रह किया। मुख्य सचिव बी.के. अग्रवाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव पर्यटन राम सुभग सिंह और अतिरिक्त मुख्य सचिव उद्योग मनोज कुमार ने राज्य सरकार की तरफ से दिए जा रहे विभिन्न प्रोत्साहनों का विवरण दिया।
इन औद्योगिक घरानों के साथ हुआ एम.ओ.यू.
राज्य सरकार ने गुजरात में रोड शो के दौरान जिन औद्योगिक घरानों के साथ 880 करोड़ रुपए के एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किए हैं उसमें सेंटौर एनर्जी के साथ 360 करोड़ रुपए, अल्ट्राकैब इंडिया के साथ 110 करोड़ रुपए, गुजरात अंबुजा एक्सपोर्ट लिमिटेड के साथ 100 करोड़ रुपए, ई.एस.एस.ए.सी.टी. प्रोजैक्ट से 100 करोड़ रुपए, क्रिएटिव च्वाइस ग्रुप के साथ 100 करोड़ रुपए, जे.जे.पी.वी. सोलर के साथ 40 करोड़ रुपए, मै. चंद्रेश केबल्स के साथ 40 करोड़ रुपए, ईशान नैट सोल के साथ 20 करोड़ रुपए और ब्लू रे एविएशन के साथ राज्य में उनकी इकाइयां स्थापित करने के लिए 10 करोड़ रुपए के एम.ओ.यू. पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
इन्होंने जताई निवेश की इच्छा
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से विभिन्न औद्योगिक घरानों ने निवेश की इच्छा जताई। इसमें एबिलॉन क्लीन एनर्जी के प्रबंध निदेशक आदित्य हांडा ने राज्य में पी.पी.पी. मोड पर राज्य में कचरे को ऊर्जा में परिवर्तित करने के लिए इकाई स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की। अंबुजा एक्सपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनीष गुप्ता ने राज्य में खाद्य प्रसंस्करण इकाई स्थापित करने की बात कही। ई.एस.एस.ए.सी.टी. के सह संस्थापक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुमंत काचरू ने थैरेपी तैयार कर वैलनैस केंद्र खोलने,चंद्रेश केबल्स लिमिटेड के प्रतिनिधि अभिवंदन सी. लोधा और आर.के. जैन ने राज्य में केबल निर्माण इकाई स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की।