Edited By Vijay, Updated: 16 Aug, 2018 11:04 PM
अगर कुछ करने की ठान ली जाए तो चुनौतियां बहुत छोटी नजर आती हैं। इन्हीं चुनौतियों का सामना करते हुए रेखा शर्मा ने नायब तहसीलदार पद की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। रेखा के पिता की कई वर्ष पूर्व एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी।
नाहन: अगर कुछ करने की ठान ली जाए तो चुनौतियां बहुत छोटी नजर आती हैं। इन्हीं चुनौतियों का सामना करते हुए रेखा शर्मा ने नायब तहसीलदार पद की परीक्षा उत्तीर्ण कर ली है। रेखा के पिता की कई वर्ष पूर्व एक सड़क हादसे में मौत हो गई थी। उस समय वह प्राथमिक पाठशाला में पढ़ाई कर रही थी। परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा लेकिन उनकी मां ने हिम्मत नहीं हारी। माता मैना देवी खेती के साथ स्कूल में एम.डी.एम. के तहत खाना भी बनाती है। आखिरकार मां की मेहनत रंग लाई और उनकी बेटी नायब तहसीलदार जैसे पद पर सेवाएं देगी।
लक्ष्य तक पहुंचने में परिवार व शिक्षकों का बहुत योगदान
रेखा शर्मा ने बताया कि उनके लक्ष्य तक पहुंचने के लिए उनकी माता, परिवार व शिक्षकों का बहुत योगदान रहा है, साथ ही उनके चाचा राम लाल व मामा शर्मा चंद ने उनकी हर तरह से सहायता की। इसके अलावा एच.ए.एस. अधिकारी केवल शर्मा व शिक्षक हीरापाल का पूरा सहयोग उन्हें मिला। परीक्षा की तैयारी के लिए वह सुंदरनगर गई थी जहां उनके गांव के बी.डी.ओ. सुंदरनगर मोहन शर्मा व आबकारी एवं कराधान निरीक्षक प्रोमिला शर्मा ने उन्हें गाइड किया। उन्होंने कहा कि जिस परिवेश से निकली हूं पूरी कोशिश करूंगी कि पद पर रहते हुए समाज सेवा कर सकूं।