Edited By Vijay, Updated: 04 Aug, 2022 08:56 PM
बड़सर उपमंडल के रैली जजरी पंचायत के जजरी गांव में मां और बेटा गंभीर किडनी रोग से जूझ रहे हैं। 48 वर्षीय महिला सुरेशा देवी और उसका 16 वर्षीय बेटा सुजल दोनों के बीमार होने के कारण परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यह गरीब परिवार उपचार करवाने में भी...
हमीरपुर (गौरी): बड़सर उपमंडल के रैली जजरी पंचायत के जजरी गांव में मां और बेटा गंभीर किडनी रोग से जूझ रहे हैं। 48 वर्षीय महिला सुरेशा देवी और उसका 16 वर्षीय बेटा सुजल दोनों के बीमार होने के कारण परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। यह गरीब परिवार उपचार करवाने में भी सक्षम नहीं है। महिला का पति सुनील कुमार दिहाड़ी-मजदूरी करता है। दोनों के इलाज पर करीब 5 लाख रुपए खर्च होंगे। परिवार ने डीसी हमीरपुर देव श्वेता बनिक से वीरवार को मुलाकात कर मदद की गुहार लगाई है। हालात ऐसे हैं कि यह परिवार बीपीएल में भी नहीं है, जिस वजह से सरकार की योजनाओं का लाभ भी इस परिवार को नहीं मिल पा रहा है। बेहद गरीब यह परिवार अब प्रशासन और सरकार से मदद की गुहार लगा रहा है ताकि दोनों बीमार मां-बेटे का इलाज संभव हो सके। पीड़ित महिला ने लोगों से भी मदद की गुहार लगाई है तथा अपने पति सुनील कुमार के मोबाइल नंबर 9816180191, 9882740023 सांझा किए हैं।
डीसी हमीरपुर देवश्वेता बनिक से मिलने पहुंची पीड़ित महिला सुरेशा देवी ने बताया कि किडनी फेल होने के कारण वह बीमारी से जूझ रही है, साथ ही उसका 16 वर्षीय बेटा भी इसी बीमारी से लड़ रहा है। महिला ने कहा कि अभी तक पीजीआई और अन्य अस्पतालों में 2 से 3 लाख खर्च कर चुकी है लेकिन अब आर्थिक स्थिति खराब होने के कारण डीसी से मदद की गुहार लगाने के लिए पहुंची है। महिला ने कहा कि बीपीएल में न होने के कारण उनका आयुष्मान कार्ड भी नहीं बन पा रहा है, जिससे उन्हें इलाज करवाने में काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। उसने डीसी से गुहार लगाई है कि उनका आयुष्मान कार्ड भी बनाया जाए ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके।
प्रतिनिधिमंडल के साथ आए समाजसेवी जगजीत सिंह ने बताया कि उन्हें इस परिवार की समस्या का पता चला तो उन्होंने पीजीआई में इनका अपने स्तर पर इलाज करवाया है, साथ ही आज डीसी से मिलकर इनकी आर्थिक मदद और आयुष्मान कार्ड बनाने की गुहार लगाई गई है। उन्होंने कहा कि परिवार बहुत गरीब है और इलाज करवाने में अब आर्थिक स्थिति ठीक न होना आड़े आ रहा है। उन्होंने कहा कि अगर इनका आयुष्मान कार्ड बन जाता है तो मां-बेटे को इलाज में मदद मिल जाएगी।
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