Edited By kirti, Updated: 15 Aug, 2018 09:31 AM
प्रदेश में चलाई जा रही 102 और 108 एम्बुलैंस सेवा चमराती हुई नजर आ रही हैं। बताया जा रहा है कि आधे से ज्यादा एम्बुलैंस खराब हालत में पड़ी हुई हैं। इसके चलते एम्बुलैंस सेवा से लोगों को वंचित रहना पड़ रहा है। यूनियन के अध्यक्ष पूर्ण चंद का कहना है कि...
शिमला : प्रदेश में चलाई जा रही 102 और 108 एम्बुलैंस सेवा चमराती हुई नजर आ रही हैं। बताया जा रहा है कि आधे से ज्यादा एम्बुलैंस खराब हालत में पड़ी हुई हैं। इसके चलते एम्बुलैंस सेवा से लोगों को वंचित रहना पड़ रहा है। यूनियन के अध्यक्ष पूर्ण चंद का कहना है कि खराब होने के चलते एम्बुलैंस जगह-जगह वर्कशॉप में खड़ी कर दी गई हैं।
इसकी कंपनी सुध तक नहीं ले रही है। पूर्ण का कहना है कि सरकार को कंपनी पर भी एस्मा लगाना चाहिए क्योंकि खराब पड़ी गाड़ियों को ठीक नहीं करवाया जा रहा है। शिमला में 34 में से 14 गाड़ियां खराब पड़ी हैं जोकि तारादेवी वर्कशॉप में खड़ी कर दी गई हंै। पूर्ण ने कहा कि बरसात के दिनों में घटनाएं भी काफी होती हैं। ऐसे में एम्बुलैंस की काफी जरूरत होती है लेकिन खराब होने के चलते लोगों को एम्बुलैंस नहीं मिल पाती है।
पूर्ण ने कहा कि कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल तो कोर्ट के आदेशों पर बीते दिनों वापस ले ली है लेकिन कर्मचारियों की मांगें ज्यों की त्यों बनी हुई हैं। कर्मचारियों को 7 तारीख तक वेतन देने को कहा गया था लेकिन कर्मचारियों को वेतन तक नहीं दिया जा रहा है। गाड़ियां भी ठीक नहीं हुई हैं। पूर्ण ने सरकार से मांग की है कि ठेकेदारी प्रथा बंद होनी चाहिए। मंगलवार को कर्मचारियों ने मांगें पूरी न होने को लेकर प्रदेश के जगह- जगह पर काली पट्टी बांधकर रोष जताया है।