Edited By Vijay, Updated: 19 Feb, 2019 09:55 PM
मंडी शहर के रामनगर में मंगलवार की सुबह जो लोगों ने नजारा देखा वह आज के उस मानव के लिए एक बड़ा सबक है जो किसी मुसीबत में फंसे व्यक्ति की जान बचाना तो दूर अपने स्वार्थ के लिए उसे तड़पता व मरते हुए भी देख सकता है। मंडी शहर के अप्पर रामनगर में मंगलवार...
मंडी (नीरज): मंडी शहर के रामनगर में मंगलवार की सुबह जो लोगों ने नजारा देखा वह आज के उस मानव के लिए एक बड़ा सबक है जो किसी मुसीबत में फंसे व्यक्ति की जान बचाना तो दूर अपने स्वार्थ के लिए उसे तड़पता व मरते हुए भी देख सकता है। मंडी शहर के अप्पर रामनगर में मंगलवार सुबह एक कौवा पेड़ पर लिपटी पतंग की डोर में फंस गया। रिवालसर कॉलेज में प्रोफैसर कन्हैया लाल सैणी की नजर उस पर पड़ी तो वह यह देख कर हैरान रह गए कि जिस पेड़ पर कौवा फंस कर जान बचाने के लिए तड़प रहा था उसी पर तीन-चार बंदर भी थे।
छोटे बंदर ने बार-बार प्रयास कर तोड़ डाला धागा
बंदरों ने जब देखा कि कौवा तड़प रहा है तो टहनियां पतली होने के कारण छोटे बंदर बार-बार प्रयास करके कौवे तक पहुंचे और उन्होंने धागे को खींच कर तोड़ डाला। हालांकि कौवा बंदर को नजदीक आते देख और ज्यादा डरने लगा था लेकिन बंदरों ने बार-बार पास जाकर धागे को तोड़ कर ही दम लिया और धागे से कट जाने के कारण घायल हुआ कौवा धड़ाम से नीचे गिर गया।
रिवालसर कॉलेज के प्रोफैसर ने बनाया वीडियो
कन्हैया लाल सैणी व अन्य ने उसे उठाया और उसकी मरहम पट्टी की। इसके बाद उसे फिर से उड़ा दिया। कन्हैया लाल सैणी ने बताया कि उन्होंने इस सारे दृश्य को दम साधे देखा और मन ही मन सोचा कि किसी तरह से एक जानवर में भी मानवता कूट-कूट कर भरी है और कैसे उसने एक बेबस पक्षी की जान बचाई। कन्हैया लाल सैणी ने बाकायदा इसका वीडियो भी अपने मोबाइल से बनाया है।