Edited By Vijay, Updated: 25 Jul, 2018 09:17 AM
मनी लॉड्रिंग मामले में हिमाचल प्रदेश के पूर्व सी.एम. वीरभद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली के पटियाला हाऊस कोर्ट ने वीरभद्र सिंह समेत उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह, बेटे विक्रमादित्य सिंह और अन्य सभी आरोपियों के खिलाफ सम्मन जारी किए हैं।
नई दिल्ली/शिमला: मनी लॉड्रिंग मामले में हिमाचल प्रदेश के पूर्व सी.एम. वीरभद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं। दिल्ली के पटियाला हाऊस कोर्ट ने वीरभद्र सिंह समेत उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह, बेटे विक्रमादित्य सिंह और अन्य सभी आरोपियों के खिलाफ सम्मन जारी किए हैं। सभी को 20 अगस्त को कोर्ट के समक्ष पेश होना होगा। इससे पहले ई.डी. ने शनिवार को वीरभद्र और उनके बेटे को आरोपी बनाते हुए कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की थी। इस चार्जशीट में वीरभद्र सिंह, प्रतिभा सिंह के अलावा यूनिवर्सल एप्पल एसोसिएशन के मालिक चुन्नी लाल, एल.आई.सी. एजेंट आनंद चौहान, प्रेम राज व लवण कुमार के नाम भी शामिल हैं। इनके अलावा तारिणी ग्रुप के एम.डी. वक्कामुल्ला चंद्रशेखर और राम प्रकाश भाटिया को भी आरोपी बनाया गया है।
ऐसे हुआ था मामले का खुलासा
एल.आई.सी. एजैंट आनंद चौहान ने वीरभद्र सिंह से करीब 5.14 करोड़ रुपए कैश लेकर पंजाब नैशनल बैंक के अपने खाते में जमा किए। उसके बाद वीरभद्र और अपने परिवारवालों के नाम पर बीमा पॉलिसी खरीद कर सारा पैसा उसमें निवेश कर दिया। बैंक खाते में मोटी रकम जमा होने के कारण वह आयकर विभाग की नजर में आ गया। महरौली में प्लॉट की खरीद-फरोख्त की कड़ी भी इसमें जुड़ी। ई.डी. के मुताबिक कमाई का स्रोत स्पष्ट नहीं हुआ जबकि वीरभद्र सिंह ने इसे सेब के बगीचे की कमाई बताया। इसी से सारा मामला शुरू हुआ था।