Edited By Vijay, Updated: 27 Jul, 2021 11:33 PM
विभिन्न पंचायतों में पानी की योजनाओं के सुचारू रूप से न चलने के मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने ठियोग के विधायक राकेश सिंघा की अगुवाई में मंगलवार को मतियाना स्थित जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय में धरना दिया। इस अवसर पर ग्रामीणों सहित आसपास की विभिन्न...
ठियोग (मनीष): विभिन्न पंचायतों में पानी की योजनाओं के सुचारू रूप से न चलने के मुद्दे को लेकर ग्रामीणों ने ठियोग के विधायक राकेश सिंघा की अगुवाई में मंगलवार को मतियाना स्थित जल शक्ति विभाग के मंडल कार्यालय में धरना दिया। इस अवसर पर ग्रामीणों सहित आसपास की विभिन्न पंचायतों केलवी, सरीवन, संधू, महोग आदि विभिन्न पंचायतों के लोगों ने विभाग पर ग्रामीण योजनाओं से गांवों को पेयजल उपलब्ध करवाने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की।
उपमंडल की कई पंचायतों में पेयजल संकट, विभाग नहीं दे रहा ध्यान
विधायक राकेश सिंघा ने आरोप लगाते हुए कहा कि उपमंडल की कई पंचायतों में पेयजल का संकट बना हुआ है और विभाग इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा। उन्होंने कहा कि कई गांव में तो दस से पंद्रह दिनों बाद पानी की सप्लाई की जा रही है। उन्होंने विभाग पर आरोप लगाते हुए कहा कि विभाग की लापरवाही के कारण आम जनता परेशान है और उनके कई बार हस्तक्षेप के बाद भी यह समस्या जस की तस बनी हुई है। प्रदर्शन के बाद विधायक और उनके समर्थक अधिशासी अभियंता के ऑफिस के बाहर अतिश्चितकाल के लिए धरने पर बैठ गए। उन्होंने इस धरने को विभाग की नींद तोडऩे के लिए मजबूरी में उठाया कदम बताया। उन्होंने कहा कि सरकार और विभाग जनता की आम जरूरतों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे, जिसके कारण जनता बेहाल है।
जगह-जगह पाइपें फैंकने से काम नहीं चलता
उन्होंने कहा कि जगह-जगह पाइपें फैंकने से काम नहीं चलता, विभाग के पास अतिरिक्त आधा इंच की पाइप तक नहीं है। इसके चलते जनता को पेयजल कैसे मुहैया हो पाएगा। उन्होंने कहा कि पाइपों की कमी को लेकर कई बार विभाग को अवगत करवाया गया, लेकिन पाइपों की किल्लत अभी तक खत्म नहीं हुई। उन्होंने कहा कि इस बार मन पक्का बना लिया है और पाइप, फटे हुए टैंक और गाद वाले पानी को सही करवा कर ही दम लेंगे। उन्होंने कहा कि इस बार लंबे आंदोलन की तैयारी करके आए हैं और अब सरकार को तय करना होगा कि राष्ट्रीय उच्च मार्ग-5 बंद करवाना है या फिर जनता को सुविधा मुहैया करनी है।
पेयजल जनता का मौलिक अधिकार
उन्होंने कहा कि पेयजल जनता का मौलिक अधिकार है, जिसे लेकर न तो सरकार गंभीर है और न ही विभाग। उन्होंने कहा कि विगत में भी कई बार पेयजल समस्या को लेकर धरने दिए गए, लेकिन कोरे आश्वासनों के अलावा कुछ हासिल नहीं हुआ, लेकिन क्षेत्र में पेयजल की किल्लत चल रही है। काबिले गौर है कि पेयजल की समस्या को लेकर विगत माह भी मतियाना में धरना प्रदर्शन किया गया था। क्षेत्र में पेयजल की समस्या, पाइप लाइनों की मुरम्मत सहित जल भंडारण टैंक मुरम्मत के अलावा पाइपों की सप्लाई आदि सहित कई मांगों को लेकर मांग उठाई जा चुकी है, जिसके बावजूद भी समस्या जस की तस बनी हुई है।
...तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी
विधायक राकेश सिंघा ने कहा कि विभाग तथा सरकार द्वारा मांगों को पूरा नहीं किया गया और व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी और तब तक जारी रहेगी, जब तक हर घर हर गरीब को पानी मुहैया नहीं हो जाता। उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि इसे हल्के में न लें अन्यथा वह जनता के साथ एन.एच.-5 को जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे, जिसके लिए विभाग जिम्मेदार होगा। इस दौरान राकेश सिंघा के साथ बालकृष्ण बाली, सुरेंद्र चंदेल, अमीचंद ठाकुर, विजय चैहान, सोनू वर्मा, राजेंद्र, हेमराज, रमेश, ओम प्रकाश सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।