Edited By Ekta, Updated: 22 Aug, 2019 03:26 PM
हिमाचल विधानसभा देश की ऐसी पहली विधानसभा है, जहां पर सबसे पहले ई-विधान प्रणाली को लागू किया गया। यह देश-विदेश में काफी प्रसिद्ध हो चुकी है। इसी के सिलसिले में गुरुवार को इसकी जानकारी लेने उड़ीसा के विधायक शिमला पहुंचे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा की...
शिमला (तिलक राज): हिमाचल विधानसभा देश की ऐसी पहली विधानसभा है, जहां पर सबसे पहले ई-विधान प्रणाली को लागू किया गया। यह देश-विदेश में काफी प्रसिद्ध हो चुकी है। इसी के सिलसिले में गुरुवार को इसकी जानकारी लेने उड़ीसा के विधायक शिमला पहुंचे। हिमाचल प्रदेश विधानसभा की ई-विधान प्रणाली को जानने के लिए उड़ीसा विधानसभा के अध्यक्ष की अगुवाई में 7 सदस्यों के प्रतिनिधिमंडल ने शिमला में विधानसभा का दौरा किया और प्रदेश विधानसभा की ई-विधान प्रणाली, ई-कमेटी सिस्टम और ई-constituency को समझा।
इस दौरान सदस्यों ने देखा कि हिमाचल विधानसभा में प्रसीडिंग कैसे होती है। उड़ीसा विधान सभा के स्पीकर सुरजया नारायण पात्रों ने बताया कि हिमाचल ई-विधान प्रणाली देश में सबसे के लिए रोल मॉडल बनी हुई है। प्रणाली लागू होने से हिमाचल प्रदेश 6 हजार पौधों को कटने से बचा रही है जो कि पर्यावरण की दृष्टि से भी काफी महत्वपूर्ण है। उड़ीसा विधानसभा अध्यक्ष में कहा कि उन्होंने इस दौरान हिमाचल विधानसभा के प्रश्नकाल और जीरो हॉर्स को भी देखा। विधानसभा का प्रश्नकाल काफी अच्छा था सभी सदस्यों ने प्रश्न भी सही से पूछे और जवाब भी सही से दिए गए। उड़ीसा की सरकार भी हिमाचल विधानसभा की ई-विधान प्रणाली को लागू करने पर विचार कर रही है। उड़ीसा विधानसभा सदन में एक वर्ष में 60 बैठकें होती है।