Edited By Vijay, Updated: 13 Aug, 2019 11:37 PM
शहरी विकास एवं आवास मंत्री सरवीण चौधरी को एक बार फिर सरकार की तरफ से अनदेखा किया गया है। ग्लोबल इन्वैस्टर मीट को लेकर सरकार की तरफ से मंगलवार को चंडीगढ़ में रोड शो किया गया। रोड शो में बिल्डर और रियल इस्टेट से जुड़े निवेशकों से भी चर्चा हुई।
शिमला: शहरी विकास एवं आवास मंत्री सरवीण चौधरी को एक बार फिर सरकार की तरफ से अनदेखा किया गया है। ग्लोबल इन्वैस्टर मीट को लेकर सरकार की तरफ से मंगलवार को चंडीगढ़ में रोड शो किया गया। रोड शो में बिल्डर और रियल इस्टेट से जुड़े निवेशकों से भी चर्चा हुई। यह मामला क्योंकि शहरी विकास एवं आवास मंत्री सरवीण चौधरी के विभाग से जुड़ा है तो सरकार की तरफ से उनको चंडीगढ़ ले जाने की उम्मीद की जा रही थी। सूत्रों के अनुसार सरकार की तरफ से उनके स्थान पर फिर उद्योग मंत्री विक्रम सिंह के अलावा अधिकारियों की टीम साथ गई लेकिन विभागीय मंत्री की फिर से अनदेखी हुई।
इस तरह यह दूसरा मौका है जब उनके विभाग से संबंधित महत्वपूर्ण विषयों पर निर्णय लेने एवं चर्चा करने के दौरान सरवीण चौधरी को अलग रखा गया है। इससे पहले टीसीपी के दायरे में शामिल क्षेत्रों को बाहर करने को लेकर गठित मंत्रिमंडलीय उपसमिति से भी सरवीण चौधरी को बाहर रखा गया। उनके स्थान पर सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर को समिति का अध्यक्ष बनाया गया है, साथ ही शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज और वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर को इसका सदस्य बनाया गया है। समिति से बाहर रखने पर सरवीण चौधरी ने नाराजगी जताई। उनका कहना था कि भले ही उनको समिति से बाहर रखा गया है, लेकिन उप समिति की रिपोर्ट उनके पास ही आएगी। इसके बाद ही मंत्रिमंडल में इस मसले पर चर्चा होगी।
सरवीण चौधरी के इस तीखे तेवर के बाद भी सरकार की तरफ से फिर से उनको अनदेखा करके चंडीगढ़ रोड शो के दौरान बिल्डरों व रियल इस्टेट से जुड़े निवेशकों से चर्चा के दौरान नहीं ले जाया गया। गौर हो कि चंडीगढ़ विशेषकर जीरकपुर रियल इस्टेट का हब है और सी.आई.आई. की तरफ से इससे जुड़े निवेशकों को न्यौता दिया गया था। इसके बावजूद भी विभागीय मंत्री को इससे अलग रखा गया।