Edited By Vijay, Updated: 30 Jun, 2019 06:12 PM
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में जहां खनन माफिया खूब पांव पसार रहा है, वहीं इसके हौंसले भी बुलंद होते जा रहे हैं। खनन माफिया स्वां नदी और खड्डों का सीना तो छलनी कर ही रहा है लेकिन अगर कोई अधिकारी इसके खिलाफ कार्रवाई करता है तो खनन माफिया गुंडागर्दी...
ऊना (अमित): हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में जहां खनन माफिया खूब पांव पसार रहा है, वहीं इसके हौंसले भी बुलंद होते जा रहे हैं। खनन माफिया स्वां नदी और खड्डों का सीना तो छलनी कर ही रहा है लेकिन अगर कोई अधिकारी इसके खिलाफ कार्रवाई करता है तो खनन माफिया गुंडागर्दी करने तक उतारू हो रहा है, जिसका ताजा उदाहरण रविवार को ऊना में देखने को मिला। दरअसल वन विभाग की एक टीम ने खंड वन अधिकारी संजीव ठाकुर के नेतृत्व में खनन माफिया के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया है, जिसके चलते वन विभाग की टीम रविवार सुबह से ही खनन सामग्री से भरे ट्रैक्टर व टिप्परों की जांच कर रही थी।
अधिकारी ने थमाया 10 हजार का चालान
जब विभाग की टीम ने ऊना मुख्यालय के साथ लगते गांव रामपुर में एक टिप्पर को जांच के लिए रोका तो टिप्पर चालक बड़े राजनेताओं तक अपनी पहुंच का रौब झाडऩे लगा। जब अधिकारी ने उसकी एक न सुनी तो वह अधिकारी को तबादले और नतीजा भुगतने की धमकी देने लगा लेकिन खंड वन अधिकारी ने टिप्पर चालक के हाथ में 10 हजार का चालान करके थमा दिया।
पुलिस और उच्चाधिकारियों से करेंगे शिकायत
खंड वन अधिकारी संजीव ठाकुर ने आपबीती सुनाते हुए बताया कि जब उन्होंने एक टिप्पर को चालान के लिए रोका तो टिप्पर चालक नेताओं और अधिकारियों से बात करने के लिए कहने लगा। जब उन्होंने बात नहीं की तो टिप्पर चालक तबादले और देख लेने की धमकी देने लगा। संजीव ठाकुर ने कहा कि वह इस मामले की पुलिस और अपने उच्चाधिकारियों से शिकायत भी करेंगे।