Edited By Vijay, Updated: 20 Sep, 2018 08:48 PM
प्रदेश सरकार मिड- डे मील के मैन्यू में अब दूध और शहद भी शामिल करने जा रही है ताकि छात्रों को और अधिक पौष्टिक आहार मिल सके। इसके लिए प्रदेश ने भारत सरकार से बजट की मांग की है। बताया जा रहा है कि भारत सरकार ने इस संबंध में प्रदेश को पत्र लिखकर मिड-डे...
शिमला: प्रदेश सरकार मिड- डे मील के मैन्यू में अब दूध और शहद भी शामिल करने जा रही है ताकि छात्रों को और अधिक पौष्टिक आहार मिल सके। इसके लिए प्रदेश ने भारत सरकार से बजट की मांग की है। बताया जा रहा है कि भारत सरकार ने इस संबंध में प्रदेश को पत्र लिखकर मिड-डे मील में दूध और शहद शामिल करने का सुझाव दिया था। इसके बाद प्रदेश ने केंद्र को इस संबंध में अतिरिक्त बजट देने की मांग की है। हिमाचल में दूध और शहद के ज्यादा उत्पादन को देखते हुए भारत सरकार ने राज्य सरकार को स्कूलों में मिड-डे मील में दूध और शहद को शामिल करने को कहा है।
5 लाख छात्र ले रहे योजना का लाभ
बता दें कि इस समय छात्रों को इस योजना के तहत दाल, चावल और खिचड़ी दी जाती है और स्कूलों के 5 लाख छात्र इस योजना का लाभ उठा रहे हैं। भारत सरकार इस योजना के लिए प्रदेश को 90 प्रतिशत बजट देती है जबकि इसमें 10 प्रतिशत की हिस्सेदारी भारत सरकार की होती है। शिक्षा सचिव डा. अरुण शर्मा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने मिड-डे मील में दूध और शहद देने का सुझाव आया था। यदि भारत सरकार इसमें प्रदेश को अतिरिक्त बजट देती है तो दूध और शहद को मिड-डे मील में शुरू किया जाएगा।