Edited By Ekta, Updated: 23 Dec, 2018 04:24 PM
देश और प्रदेश सरकार लगातार पिछले 14 सालों से मिड-डे-मील वर्करों के साथ सौतेला व्यवहार करती आ रही है व इनकी मांगों को गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसके लिए अब सीटू से संबंधित मिड-डे-मील वर्कर युनियन ने आने वाले समय में सरकार के खिलाफ आंदोलनों की...
मंडी (नीरज): देश और प्रदेश सरकार लगातार पिछले 14 सालों से मिड-डे-मील वर्करों के साथ सौतेला व्यवहार करती आ रही है व इनकी मांगों को गम्भीरता से नहीं लिया जा रहा है। इसके लिए अब सीटू से संबंधित मिड-डे-मील वर्कर युनियन ने आने वाले समय में सरकार के खिलाफ आंदोलनों की रूपरेखा बनानी शुरू कर दी है। इसके लिए मंडी के कामरेड तारा चंद भवन में मिड-डे-मील की जिला की कार्यकारिणी की एक बैठक का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता सीटू के जिला सचिव गुरदास वर्मा ने की। इस बैठक में जिला की सभी युनियनों के पदाधिकारियों ने भाग लिया। बैठक में निर्णय लिया गया अगर सरकार समय रहते मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं की मांगों को पूरा नहीं करती तो आने वाले समय में प्रदेश भर में धरने-प्रदर्शन किए जाएगे। जिसके लिए सभी मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं को लामबंद करके सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।
मांगों के पूरा न होने तक जारी रहेगा आंदोलन
बैठक के बाद मीडिया को दिए बयान में सीटू के जिला सचिव ने देश व प्रदेश की सरकारों पर मिड-डे-मील वर्करों के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाया। उन्होने कहा कि लगातार आंदोलन करके आज समाज का गरीब तपका अपना पेट पालने के लिए मजबूर है। गुरदास वर्मा ने बताया कि बैठक में निर्णय लिया गया है कि आगामी समय में वर्कर अपनी मांगों को लेकर हडताल पर जाएंगे जिसकी जिम्मेवार सरकार होगी। वहीं मंडी मिड-डे-मील वर्कर युनियन के प्रधान चमन लाल ने कहा कि जब तक सरकार मिड-डे-मील कार्यकर्ताओं की मांगों को पूरा नहीं करती तब तक आंदोलन, धरना-प्रदर्शन जारी रहेगा।