Edited By Vijay, Updated: 28 Sep, 2019 09:16 PM
उपमंडल अम्ब में हुई चोरियों के सिलसिले में अम्ब पुलिस ने एक नामी चोर गिरोह के सदस्य को पकड़ा है। गिरोह के सदस्य ने पतेहड़ में गत 28 अप्रैल को एक घर में की गई सेंधमारी की घटना को कबूल लिया है। पकड़े गए आरोपी की शिनाख्त शम्भू (35) उर्फ सौदागर पुत्र...
अम्ब (अश्विनी): उपमंडल अम्ब में हुई चोरियों के सिलसिले में अम्ब पुलिस ने एक नामी चोर गिरोह के सदस्य को पकड़ा है। गिरोह के सदस्य ने पतेहड़ में गत 28 अप्रैल को एक घर में की गई सेंधमारी की घटना को कबूल लिया है। पकड़े गए आरोपी की शिनाख्त शम्भू (35) उर्फ सौदागर पुत्र दर्शन सिंह निवासी सेरा थाना एवं तहसील नगरोटा बगवां (कांगड़ा) के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार पिछले दिनों नंदपुर में हुई चोरी की घटना के बाद सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई कुछ तस्वीरों के बाद पुलिस चोर गिरोह का पता लगाने में जुटी हुई थी। पुलिस चोरी के समय उपयोग में लाई जाने वाली एक कार को पहले ही पकड़ चुकी है। उक्त घटना के बाद गिरोह के सदस्य भूमिगत हो गए थे, जिन्हें पकड़ने के लिए पुलिस ने अपना जाल फैला रखा था। पुलिस ने उन्हें सिविल ड्रैस में उनके घर के इर्द-गिर्द दबिश देकर दबोचने में कामयाबी हासिल की है।
6 सदस्यों का है गिरोह, मुख्य सरगना बिलासपुर जेल में बंद
पुलिस का कहना है कि इनका 6 सदस्यों का गिरोह है। इनका एक मुख्य सरगना बिलासपुर जेल में बंद है। जिला ऊना व हिमाचल के अन्य स्थानों पर हुई चोरी की घटनाओं में इनका मुख्य हाथ है। पुलिस की गिरफ्त में आए आरोपी ने कबूल किया है कि पतेहड़ में की गई चोरी के दौरान इनके 4 सदस्य मौजूद थे। घर की पूरी रैकी करने के बाद इन्होंने रात को सेंधमारी कर घर से 45 हजार नकद व लाखों रुपए के गहनों को चुरा लिया था। पकड़े गए चोर गिरोह के सदस्य की निशानदेही पर कई अन्यों चोरियों का पता चलने की भी उम्मीद जाग उठी है। एसआईटी टीम में शामिल एसएचओ अम्ब गौरव भारद्वाज की अगुवाई में कांस्टेबल कुलदीप सिंह, जसबीर सिंह व विजय कुमार पर आधारित टीम ने आरोपी को बड़े ही योजनाबद्ध तरीके से पकड़ा।
एसआईटी ने बिछा रखा है जाल : एसएचओ
एसएचओ अम्ब गौरव भारद्वाज ने बताया कि आरोपी को पुलिस रिमांड पर लेकर क्षेत्र में हुई अन्य चोरियों के बारे में भी पूछताछ की जाएगी। बिलासपुर जेल में बंद मुख्य सरगना को ट्रांजिट रिमांड पर लिया जाएगा जबकि गैंग के अन्य सदस्यों को पकड़ने के लिए एसआईटी ने जाल बिछा रखा है।