24 सितम्बर को आंगनबाड़ी वर्कर्ज एवं हैल्पर्ज यूनियन करेगी हड़ताल, जानिए क्या है वजह

Edited By Vijay, Updated: 29 Aug, 2021 08:18 PM

meeting of anganwadi workers and helpers union

आंगनबाड़ी वर्कर्ज एवं हैल्पर्ज यूनियन 24 सितम्बर को प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखेगी व पूर्ण हड़ताल करेगी। यह बात यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष नीलम जसवाल व महासचिव वीना देवी ने शिमला में यूनियन की बैठक के दौरान कही।

शिमला (अम्बादत): आंगनबाड़ी वर्कर्ज एवं हैल्पर्ज यूनियन 24 सितम्बर को प्रदेश में सभी आंगनबाड़ी केंद्र बंद रखेगी व पूर्ण हड़ताल करेगी। यह बात यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष नीलम जसवाल व महासचिव वीना देवी ने शिमला में यूनियन की बैठक के दौरान कही। उन्होंने कहा कि कर्मियों की मांगों को लेकर यूनियन 24 सितम्बर को देशव्यापी हड़ताल करेगी। इस दौरान शिमला, रामपुर, रोहड़ू, ठियोग, बसंतपुर, सोलन, अर्की, नालागढ़, पांवटा साहिब, शिलाई, सराहन, संगड़ाह, मंडी, जोगिंद्रनगर, सरकाघाट, करसोग, बंजार, आनी, झंडूता, हमीरपुर, नादौन, धर्मशाला, पालमपुर, देहरा, चम्बा, चुवाड़ी, ऊना व गगरेट आदि स्थानों पर योजनकर्मी प्रदर्शन करेंगे।

यूनियन की प्रदेश अध्यक्ष नीलम जसवाल ने कहा कि आंगनबाड़ी कर्मी प्री-प्राइमरी में नियुक्ति, इस नियुक्ति में 45 वर्ष की शर्त खत्म करने, सुपरवाइजर नियुक्ति के लिए भारतवर्ष के किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय की डिग्री को मान्य करने, वरिष्ठता के आधार पर मैट्रिक व ग्रैजुएशन पास की सुपरवाइजर में तुरंत भर्ती करने, सरकारी कर्मचारी के दर्जे, हरियाणा की तर्ज पर वेतन देने, रिटायरमैंट की आयु 65 वर्ष करने की मांग तथा नंद घर बनाने की आड़ में आईसीडीएस को वेदांता कंपनी के हवाले करके निजीकरण की साजिश तथा डायरैक्ट बैनिफिट ट्रांसफर व पोषण ट्रैकर एप के खिलाफ आंदोलन करेंगे व प्रोजैक्ट स्तर पर प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार को चेताया कि अगर आईसीडीएस का निजीकरण किया गया व आंगनबाड़ी वर्कर्ज को नियमित कर्मचारी घोषित न किया गया तो आंदोलन और तेज होगा।

उन्होंने नई शिक्षा नीति को वापस लेने की मांग की है क्योंकि यह आईसीडीएस विरोधी है। नई शिक्षा नीति में वास्तव में आईसीडीएस के निजीकरण का छिपा हुआ एजैंडा है। आईसीडीएस को वेदांता कंपनी के हवाले करने के लिए नंद घर की आड़ में निजीकरण को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इससे भविष्य में कर्मियों को रोजगार से हाथ धोना पड़ेगा। उन्होंने केंद्र सरकार से वर्ष 2013 में हुए 45वें भारतीय श्रम सम्मेलन की सिफारिश अनुसार आंगनबाड़ी कर्मियों को नियमित करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि आंगनबाड़ी कर्मियों को हरियाणा की तर्ज पर वेतन और अन्य सुविधाएं दी जाएं। उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों के लिए पैंशन, ग्रैच्युटी, मैडीकल व छुट्टियों की सुविधा लागू करने की मांग की है।

उन्होंने आंगनबाड़ी कर्मियों को वर्ष 2013 का नैशनल रूरल हैल्थ मिशन के तहत बकाया राशि का भुगतान तुरन्त करने की मांग की है। उन्होंने मांग की है कि प्री-प्राइमरी कक्षाओं व नई शिक्षा नीति के तहत छोटे बच्चों को पढ़ाने का जिम्मा आंगनबाड़ी वर्कर्ज को दिया जाए क्योंकि वे काफी प्रशिक्षित कर्मी हैं। इसकी एवज में उनका वेतन बढ़ाया जाए, उन्हें नियमित किया जाए। बैठक में यूनियन प्रदेशाध्यक्ष नीलम जसवाल, महासचिव वीना शर्मा, सुमित्रा देवी, हिमी देवी, खीमी भंडारी, पिंगला गुप्ता, मीना मेहता, हमिंद्री देवी, बिमला देवी, सुदर्शना देवी, गोदावरी देवी, किरण भंडारी, माया देवी, हरदेई व शांता देवी आदि ने भाग लिया।

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