Edited By Vijay, Updated: 01 Mar, 2020 10:11 PM
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के शाहपुर उपमंडल की रैत पंचायत के शहीद हवलदार जोरावर सिंह को मरणोपरांत सेना मैडल से सम्मानित किया गया है। सेना ने उनकी बहादुरी तथा घायल होने के उपरांत भी...
धर्मशाला (ब्यूरो): जम्मू-कश्मीर में आतंकियों से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हुए हिमाचल प्रदेश के जिला कांगड़ा के शाहपुर उपमंडल की रैत पंचायत के शहीद हवलदार जोरावर सिंह को मरणोपरांत सेना मैडल से सम्मानित किया गया है। सेना ने उनकी बहादुरी तथा घायल होने के उपरांत भी आतंकियों का डटकर मुकाबला करने को लेकर इस सैन्य सम्मान से सम्मानित किया है। यह सेना मैडल शहीद की धर्मपत्नी सरंजना देवी ने प्राप्त किया। सैन्य सम्मान प्राप्त कर परिजन भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं।
बता दें कि शहीद जोरावर सिंह सेना की 160 टीए रैजीमैंट में सेवारत थे। राष्ट्रीय राइफल में कार्यरत रहते हुए हवलदार जोरावर सिंह ने 21 मार्च, 2018 को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिला के हलमतपोरा इलाके में आतंकियों द्वारा किए गए हमले के दौरान डटकर मुकाबला किया था। इस हमले के दौरान वह आतंकियों की गोली से घायल हो गए लेकिन उन्होंने घायल होने के बाद भी आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने आतंकवादियों को मौत की नींद सुला दिया लेकिन मुठभेड़ में गंभीर रूप से घायल हुए हवलदार जोरावर सिंह ने भी वीरगति प्राप्त की।
शहीद के परिवार में पत्नी, 2 बेटियां, एक बेटा तथा माता-पिता हैं। गत माह 27 फरवरी को नॉर्दर्न कमांड ऊधमपुर में आर्मी चीफ जनरल मनोज मुकंद नरबाणे ने शहीद जोरावर सिंह को मरणोपरांत सेना मैडल से सम्मानित किया। शहीद की पत्नी सरंजना देवी ने यह सम्मान प्राप्त किया।