मणिमहेश यात्रा जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी

Edited By Ekta, Updated: 03 Sep, 2018 03:40 PM

manimahesh yatra going to go devotees for good news

पवित्र श्री मणिमहेश यात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। यात्रा का स्वरूप अगले वर्ष से काफी हद तक बदल जाएगा। श्रद्धालुओं को कठिन व जोखिमपूर्ण सफर से बचाने के लिए अब प्रशासन ने नई कदमताल शुरू कर दी है। इसके तहत अब धनछो बेस कैंप के लिए...

चंबा (सुरेन्द्र शर्मा): पवित्र श्री मणिमहेश यात्रा में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी है। यात्रा का स्वरूप अगले वर्ष से काफी हद तक बदल जाएगा। श्रद्धालुओं को कठिन व जोखिमपूर्ण सफर से बचाने के लिए अब प्रशासन ने नई कदमताल शुरू कर दी है। इसके तहत अब धनछो बेस कैंप के लिए नए रास्ते की तलाश कर ली गई है। अगले वर्ष तक इस रास्ते को तैयार करने का लक्ष्य रखा गया है। खुंड नामक स्थान से धनछो के लिए सुगम रास्ता बनाया जाएगा। प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस क्षेत्र के बीच पैदल रास्ता निकाला जाएगा, जिसमें न तो जोखिम होगा और न ही सीधी चढ़ाई श्रद्धालुओं को चढ़नी पड़ेगी।
PunjabKesari

न केवल रास्ते को सुगम बनाया जाएगा बल्कि अब यात्रा की दूरी भी कम होगी। धनछो तक के बेस कैंप तक 2 किलोमीटर रास्ते की दूरी को कम कर दिया जाएगा। यानी अब 14 किलोमीटर से घटाकर दूरी को 12 किलोमीटर किया जाएगा। हालांकि प्रशासन इसे और कम करने पर भी विचार कर रहा है। यदि प्रस्ताव सही रहा तो कुछ नए विकल्प भी तलाशें जा रहे हैं। कुछ स्थानों पर रास्तों को स्थाई बनाया जाएगा और सीधी चढ़ाई को कम करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। 

सितम्बर तक जारी रहती है यात्रा
हर वर्ष लाखों की तादाद में श्रद्धालु पवित्र मणिमहेश की डल झील में स्नान करने के उपरांत कैलाश पर्वत के दर्शन करने के लिए यात्रा पर जाते हैं। इस धार्मिक यात्रा के लिए हालांकि विधिवत तौर पर घोषणा अलग से होती है लेकिन इससे पहले और मेला समापन होने के बाद भी श्रद्धालुओं का यात्रा पर जाना जारी रहता है। जून के आखिर से श्रद्धालु यात्रा पर जाना आरंभ करते हैं और यह यात्रा सितम्बर माह तक जारी रहती है। बड़े न्हौण के बाद विधिवत रूप से यात्रा सम्पन्न होती है परन्तु कुछ श्रद्धालु इसके बाद भी दर्शनों के लिए इस कठिन पर्वत को पार करते हैं। 

14 किलोमीटर चढ़ाई पैदल तय करते हैं श्रद्धालु
भरमौर से हड़सर तक तो वाहनों से आवाजाही होती है लेकिन हड़सर से करीब 14 किलोमीटर लम्बी चढ़ाई श्रद्धालुओं को पैदल पूरी करनी पड़ती है। हड़सर से धनछो के करीब 6 किलोमीटर के सफर को काफी जोखिमपूर्ण माना जाता है क्योंकि इसमें पहाड़ से पत्थर गिरते हैं, जिससे श्रद्धालु चोटिल भी होते हैं। दरिया के साथ-साथ बने संकरे रास्ते को जोखिमपूर्ण माना गया है। अब इस जोखिम को कम करने के लिए नई कवायद शुरू कर दी गई है। 

माता भरमाणी को जाने वाला रास्ता होगा पक्का
प्रशासन ने यात्रा से पहले माता भरमाणी के दर्शनों के लिए जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी वन वे सिस्टम शुरू किया है। इससे जाम से छुटकारा मिलेगा। आने और जाने के अलग-अलग रास्ते बनाए गए हैं। अगले वर्ष से इस पूरे रास्ते को पक्का करने का भी प्रस्ताव रखा गया है। यानी श्री मणिमहेश यात्रा में श्रद्धालुओं की दिक्कतों को दूर करने के लिए बड़े स्तर पर कदमताल आरंभ कर दी गई है।

Related Story

Trending Topics

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!