Edited By Ekta, Updated: 10 Oct, 2018 02:58 PM
कुल्लू घाटी में पिछले महीने भारी बारिश के चलते मलाणा सड़क मार्ग भू-स्खलन की जद्द में आने से बंद हो गया था। मलाणा जलविद्युत परियोजना टनल प्वाइंट के समीप भारी मात्रा में गिरे पत्थर और मलबे को अभी तक संबंधित विभाग द्वारा नहीं हटाया गया है। ग्रामीणों ने...
कुल्लू (धनी राम): कुल्लू घाटी में पिछले महीने भारी बारिश के चलते मलाणा सड़क मार्ग भू-स्खलन की जद्द में आने से बंद हो गया था। मलाणा जलविद्युत परियोजना टनल प्वाइंट के समीप भारी मात्रा में गिरे पत्थर और मलबे को अभी तक संबंधित विभाग द्वारा नहीं हटाया गया है। ग्रामीणों ने खुद ही मलबे के बीच छोटी सी पगडंडी का निर्माण किया है लेकिन इस रास्ते से आवाजाही करना खतरनाक है। ग्रामीणों को कुल्लू आने के लिए पहले मलाणा से टनल प्वाइंट तक टैक्सियों में आना पड़ता है और उसके बाद जान जोखिम में डालकर पीठ पर सामान ढोकर पगडंडी पार करनी पड़ती है। इसके बाद फिर टैक्सियों में सफर कुल्लू के लिए करना पड़ता है, जिससे ग्रामीणों को टैक्सियों में ही भारी भरकम किराया खर्च करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि इस पहाड़ी से कभी-कभी छोटे पत्थर भी गिरते रहते हैं। फिर भी मलाणावासी जान की परवाह किए बगैर इसी रास्ते से गुजरते हैं। हैरानी की बात है कि संबंधित विभाग ने अभी तक सड़क मार्ग को बहाल करने की जहमत नहीं उठाई है। संबंधित विभाग की लेटलतीफी ग्रामीणों पर भारी पड़ रही है। मलाणा के लोगों ने जिला प्रशासन और संबंधित विभाग से मांग की है कि दशहरा उत्सव से पहले सड़क मार्ग को बहाल करे ताकि ग्रामीणों को परेशानी का सामना न करना पड़े। ग्रामीण भागी राम, हरी दास, हीरा लाल, डोले राम, मोती राम, गोविंद, सूरज, कमल, रेवत राम व राम सिंह आदि का कहना है कि सड़क बंद होने से लोगों को भारी परेशानी झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा कि बस सेवा बंद होने से लोगों को भारी भरकम किराया देकर टैक्सियों में सफर करना पड़ रहा है। उन्होंने संबंधित विभाग से सड़क मार्ग को बहाल करने की मांग की है।