Edited By Vijay, Updated: 22 Jun, 2018 06:27 PM
देश-विदेश में चरस के लिए बदनाम कुल्लू घाटी में इस साल फिर नशे की खेती तैयार हो रही है। गैर-कानूनी कार्य को अंजाम देने के लिए चरस माफिया ने कमर कस दी है। घाटी के ऊंचे जंगलों एवं चरागाहों में संबंधित विभाग की नाक तले हजारों बीघा भूमि पर भांग की खेती...
कुल्लू: देश-विदेश में चरस के लिए बदनाम कुल्लू घाटी में इस साल फिर नशे की खेती तैयार हो रही है। गैर-कानूनी कार्य को अंजाम देने के लिए चरस माफिया ने कमर कस दी है। घाटी के ऊंचे जंगलों एवं चरागाहों में संबंधित विभाग की नाक तले हजारों बीघा भूमि पर भांग की खेती की गई है। यही नहीं, चरस माफिया ने राजस्व व वन विभाग की भूमि पर भारी मात्रा में भांग बीजी है। घाटी में करीब ड़ेढ माह पहले बीजी गई भांग के पौधे बड़े हो गए हैं। चरस माफिया ने घाटी के जिन इलाकों में भांग उगा रखी है। इन दिनों भांग के साथ घास भी निकल आया है, जिसे नष्ट करने के लिए चरस माफिया निराई-गुड़ाई के कार्य में जुट गया है।
चरस माफिया ने जंगलों में डाला डेरा
भांग की निराई-गुड़ाई करने से चरस की फसल बेहतर हो इसके लिए चरस माफिया ने जंगलों में ही डेरा डाल दिया है। वहीं वन, पुलिस और नारकोटिक्स ब्यूरो इस ओर तनिक भी ध्यान नहीं दे रहा है। सूत्र बताते हैं कि मणिकर्ण घाटी के मरांदल, भेलग, विष्णु थाच, मलाणा की पहाडिय़ों, खराहल व ऊझी घाटी के तमाम जंगलों में चरस माफिया ने चरस की निराई-गुड़ाई का कार्य शुरू कर दिया है।
क्या कहते हैं ए.एस.पी. कुल्लू
ए.एस.पी. कुल्लू निश्चिन्त सिंह नेगी ने बताया कि चरस की खेती को नष्ट करने के लिए पुलिस ने अभियान छेड़ दिया है। इन दिनों पुलिस की टीम जरी क्षेत्र में भांग की खेती को नष्ट कर रही है। टीम ने मलाणा के कुछ क्षेत्रों में भांग उखाड़ दी है। अगले माह से जिला के कई इलाकों में भांग उखाड़ो अभियान तेज किया जाएगा।