Edited By Vijay, Updated: 29 Sep, 2019 10:57 PM
हिमाचल प्रदेश सरकार ने कम विद्यार्थी वाले स्कूलों को बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग से 10 से 20 विद्यार्थियों वाले सरकारी स्कूलों का रिकॉर्ड भी तलब किया है। इसके बाद सरकार इस मामले को कैबिनेट में ले...
शिमला: हिमाचल प्रदेश सरकार ने कम विद्यार्थी वाले स्कूलों को बंद करने की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा विभाग से 10 से 20 विद्यार्थियों वाले सरकारी स्कूलों का रिकॉर्ड भी तलब किया है। इसके बाद सरकार इस मामले को कैबिनेट में ले जाएगी। इससे पूर्व भी सरकार ने विभाग से 10 और इससे कम छात्रों वाले स्कूलों का ब्यौरा मांगा था लेकिन इस पर कोई अंतिम फैसला नहीं लिया जा सका था। अब एक बार फिर सरकार ने विभाग से 20 और इससे कम छात्रों वाले स्कूलों का ब्यौरा मांगा है।
प्रदेश के किस जिला में कितने शिक्षक सरप्लस, देनी होगी जानकारी
इन स्कूलों में कितने शिक्षक हैं, दूसरे स्कूलों से ये स्कूल कितनी दूरी पर हैं, इनमें छात्रों की मौजूदा संख्या कि तनी है। इसके अलावा एक साल पहले इन स्कूलों में छात्रों की संख्या क्या थी, ये तमाम जानकारी सरकार ने विभाग से मांगी है। सूत्रों की मानें तो प्रदेश सरकार 10 से 20 विद्यार्थी वाले स्कूलों को बंद कर सकती है। प्रदेश के किस जिला में कितने शिक्षक सरप्लस हैं, ये रिकॉर्ड भी सरकार ने मांगा है। सरकार ने विभाग को इसकी ताजा रिपोर्ट देने को कहा है ताकि इसकी सही स्थिति पता चल पाए।
प्रदेश के 400 स्कूलों में हैं कम छात्र
शिक्षा विभाग की मानें तो प्रदेश में 400 स्कूल ऐसे हैं, जहां पर छात्रों की संख्या कम है। ये स्कूल मिडल और प्राइमरी हैं। इनमें अधिकतर प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की संख्या काफी कम है। जिला शिमला, चम्बा, कुल्लू, सिरमौर व सोलन सहित कई जिला के स्कूलों में छात्रों की संख्या कम है। हालांकि सरकार ने इस दौरान प्राइमरी स्कूलों में छात्रों की इनरोलमैंट को लेकर प्री-नर्सरी कक्षाएं भी शुरू की लेकिन कई स्कूलों में इससे भी इनरोलमैंट नहीं बढ़ी है। इनमें अधिकतर स्कूल प्रदेश के दूर-दराज के क्षेत्रों के हैं।