Edited By Kaku Chauhan, Updated: 03 Dec, 2020 05:37 PM
:वन परिक्षेत्र सिहुंता के तहत सुरपड़ा पंचायत के कुई गांव के साथ लगते जंगल में घात लगाकर तेंदुए ने 8 भेड़ बकरियों को मौत के घाट उतार दिया। इसमें राकेश कुमार की 4 भेड़ें, छोटा राम की एक भेड़ व एक बकरी, परस राम की एक भेड़ व मंगत राम निवासी कुई की एक...
सिहुंता (सुभाष): वन परिक्षेत्र सिहुंता के तहत सुरपड़ा पंचायत के कुई गांव के साथ लगते जंगल में घात लगाकर तेंदुए ने 8 भेड़ बकरियों को मौत के घाट उतार दिया। इसमें राकेश कुमार की 4 भेड़ें, छोटा राम की एक भेड़ व एक बकरी, परस राम की एक भेड़ व मंगत राम निवासी कुई की एक भेड़ को अपना शिकार बनाया है। पिछले करीब डेढ़ सप्ताह से गांव के पालतू 7 कुत्तों को भी तेंदुए ने अपना शिकार बनाया है। इससे इलाके में तेंदुए का आतंक व्याप्त है।
प्रभावित भेड़ पालकों एवं सुरपड़ा पंचायत के पूर्व प्रधान एवं भाजपा एसटी मोर्चा के जिला अध्यक्ष पवन कुमार ने बताया कि भेड़ पालकों ने अपनी भेड़ बकरियों को चरने के लिए जंगल में छोड़ा था लेकिन पिछले दो दिनों में 8 भेड़ बकरियां गायब हो गई। उन्होंने कहा कि लगातार जंगल में तलाश करने पर वीरवार को गायब भेड़ बकरियों के अवशेष बरामद किए गए। तेंदुए ने इन भेड़ बकरियों को अपना शिकार बना लिया है। उन्होंने कहा कि तेंदुए ने 7 पालतू कुतों का भी पिछले दिनों में शिकार किया है।
ऊपरी पहाड़ी पर बर्फ गिरने के बाद तेंदुआ निचले क्षेत्र में आतंक फैला रहा है। इस पर वन विभाग व प्रशासन उचित कार्यवाही करें तथा आतंक से निजात दिलाई जाए। उन्होंने भेड़ बकरियों के नुकसान के लिए भी उचित मुआवजे की मांग की है। पंचायत प्रधान सुरपडा रूमला देवी ने बताया कि यह सभी गरीब परिवार से संबंध रखते है तथा इन परिवारों का भेड़पालन मुख्य व्यवसाय है। प्रभावित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा। उचित कार्यवाही के लिए प्रशासन व बन विभाग को भी सूचित किया जा रहा है।