Edited By Ekta, Updated: 08 Mar, 2019 02:28 PM
अफसरशाही पर नेताओं का दबाव किसी से छिपा नहीं है। यातायात जैसी समस्या से निपटने के लिए जब पुलिस एक्शन लेती है तो छुटभैया नेता पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाने लगते हैं। अक्सर ऐसा होने के बाद पुलिस पर पिक एंड चूज कर कार्रवाई करने के आरोप भी लगते हैं।...
नाहन (साथी): अफसरशाही पर नेताओं का दबाव किसी से छिपा नहीं है। यातायात जैसी समस्या से निपटने के लिए जब पुलिस एक्शन लेती है तो छुटभैया नेता पुलिस अधिकारियों पर दबाव बनाने लगते हैं। अक्सर ऐसा होने के बाद पुलिस पर पिक एंड चूज कर कार्रवाई करने के आरोप भी लगते हैं। प्रशासन व पुलिस के साथ होने वाली बैठकों में नेता और उनके चेले चालान के मामले उठाते हैं। अक्सर इन नेताओं को चालान से चिढ़ होती है क्योंकि जितने चालान होंगे जनता दुखी होगी और वोट बैंक समीकरण बिगड़ेगा। दूसरी ओर यातायात को सुचारू रखने के लिए नियमों को कड़ाई से लागू करने के लिए पुलिस के पास चालान ही एक इलाज है।