Edited By Vijay, Updated: 07 Mar, 2020 04:41 PM
कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सफर करना खतरों भरा हो गया है। यहां पर पिछले दिन से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण पहाड़ी से पत्थर गिर रहें हैं। इस कारण यहां पर हर समय हादसा होने का डर बना हुआ है। हालांकि फोरलेन निर्माण कंपनी ने यात्रियों की...
परवाणु (ब्यूरो): कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर सफर करना खतरों भरा हो गया है। यहां पर पिछले दिन से लगातार हो रही तेज बारिश के कारण पहाड़ी से पत्थर गिर रहें हैं। इस कारण यहां पर हर समय हादसा होने का डर बना हुआ है। हालांकि फोरलेन निर्माण कंपनी ने यात्रियों की सुरक्षा के चलते पत्थर गिरने वाले संभावित जगहों पर एक लाइन को ट्रैफिक के लिए बंद कर दिया है।
कंपनी 91 प्रतिशत पूरा कर चुकी है फोरलेन का काम
बता दें कि कालका-शिमला राष्ट्रीय उच्च मार्ग में फोरलेन निर्माण का कार्य चला हुआ है। फोरलेन निर्माण कर रही कंपनी का दावा है कि तकरीबन 91 प्रतिशत काम पूरा कर लिया है लेकिन इसके बावजूद भी लोगों की परेशानी दूर नहीं हो रही है। एनएच में दत्यार, चक्की मोड़, सनवारा फाटक के समीप व धर्मपुर से कुमारहट्टी के बीच पहाड़ी से पत्थर गिर रहे हैं। मौजूदा समय में सिर्फ 2 दिन की बारिश के कारण एक लाइन को रोकना पड़ा है तो बरसात के दिनों में आखिर यहां पर पहाड़ी से भू-स्खलन के सिलसिले को कैसे रोका जाएगा।
सनवारा फाटक के समीप गिर रहे सबसे ज्यादा पत्थर
राष्ट्रीय उच्च मार्ग में सबसे ज्यादा पत्थर सनवारा फाटक के समीप गिर रहे हैं। यहां पर आधे में तो एक लाइन को बंद किया है लेकिन आधे में पहाड़ी की ओर बनी लाइन में ट्रैफिक चल रहा है। इसके अलावा चक्की मोड़ के समीप भी पत्थर गिरने का सिलसिला जारी है।
क्या बोले ग्रिल कंपनी के प्रोजैक्ट मैनेजर
ग्रिल कंपनी के प्रोजैक्ट मैनेजर कुलविंद्र सिंह ने बताया कि फोरलेन का काम तकरीबन 91 प्रतिशत पूरा हो गया है। बारिश के कारण काम में देरी हो रही है। कुछेक जगहों पर पत्थर गिर रहे थे और यहां पर सुरक्षा को देखते हुए बोर्ड लगा कर एक लाइन बंद किया गया है।