Edited By Vijay, Updated: 12 Mar, 2020 08:31 PM
भटियात उपमंडल के तहत सिहुंता पंचायत के दुर्गम जंगल जंझराड (नागबन) में पहाड़ के भीतर बने कुड्ड में भेड़-बकरियों के झुंड पर भू-स्खलन के कारण पहाड़ का हिस्सा गिरने से 100 भेड़-बकरियों के लापता होने का समाचार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम...
सिहुंता (ब्यूरो): भटियात उपमंडल के तहत सिहुंता पंचायत के दुर्गम जंगल जंझराड (नागबन) में पहाड़ के भीतर बने कुड्ड में भेड़-बकरियों के झुंड पर भू-स्खलन के कारण पहाड़ का हिस्सा गिरने से 100 भेड़-बकरियों के लापता होने का समाचार है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार देर शाम ऊधो पुत्र जैसी राम व सुरेंद्र कुमार पुत्र कर्म चंद निवासी बिलपर (खरगट) भटियात ने रोज की तरह अपनी भेड़-बकरियों को जंगल में चराने के उपरांत सिहुंता पंचायत के अंतिम छोर पर जोलना पंचायत के साथ लगते जंझराड (नागबन) जंगल में पहाड़ के अंदर खाली स्थान में बने कुड्ड में रात्रि ठहराव के लिए रोका था। देर शाम अचानक ऊपर से पहाड़ टूट कर भेड़-बकरियों पर गिर गया। इस हादसे में दोनों भेड़पालक को बच गए लेकिन उनकी 100 के करीब बकरियां लापता हो गई हैं।
इस घटना की सूचना वीरवार को तहसीलदार सिहुंता व पुलिस चौकी सिहुंता में दी गई। घटना की सूचना मिलने पर राजस्व विभाग, पशुपालन विभाग व पुलिस चौकी सिहुंता की संयुक्त टीम घटनास्थल के लिए रवाना हुई परंतु तीखे पहाड़ व बारिश होने के कारण घटना में मारी गई भेड़-बकरियों व लापता भेड़-बकरियों की संख्या की पड़ताल शाम तक नहीं हो पाई। अब पुन: मौसम ठीक होने पर टीम घटनास्थल के लिए रवाना होगी।
उधर, तहसीलदार सिहुंता डॉ. मुकुल शर्मा ने बताया कि ऊधो राम व सुरेंद्र कुमार ने भू-स्खलन के कारण चट्टान गिरने से 100 भेड़-बकरियों के लापता होने की सूचना दी थी, जिस पर पुलिस व पशुपालन विभाग के साथ राजस्व विभाग की टीम मौके पर गई थी परंतु लगातार बारिश होने के कारण व दुर्गम स्थान होने के कारण मारी गई भेड़-बकरियों की संख्या की पुष्टि नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि दोबारा से टीम भेजी जाएगी। प्रभावित भेड़पालकों को सरकार व प्रशासन की ओर से हरसंभव सहयोग प्रदान किया जाएगा।