Edited By kirti, Updated: 03 Oct, 2019 04:52 PM
लाहौल-स्पीति को लद्दाख में शामिल किए जाने की मांग को लेकर स्पीति से विधायक और सरकार में जनजातीय विकास एवं कृषि मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा बेहद नाराज है। मारकंडा ने कहा कि कुछ हताश लोग लाहुल घाटी के शांत माहौल को खराब करने की साजिश रच रहे है और इस तरह
शिमला (योगराज) : लाहौल-स्पीति को लद्दाख में शामिल किए जाने की मांग को लेकर स्पीति से विधायक और सरकार में जनजातीय विकास एवं कृषि मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा बेहद नाराज है। मारकंडा ने कहा कि कुछ हताश लोग लाहुल घाटी के शांत माहौल को खराब करने की साजिश रच रहे है और इस तरह की बाते फैलाने का काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल के लाहुल स्पीति और पांगी घाटी को लद्दाख में मिलाने की बात करना देश को बांटने की साजिश है। उन्होंने कहा कि कुछ असामाजिक तत्व लद्दाख के लोगों को मुश्किल से मिली आजादी और मिलने वाले हक से महरूम करने की कोशिश में जुट गए है ऐसी साजिशों से सख्ती से निपटने की जरूरत है।लद्दाख के कुछ लाेगाें ने केंद्र से लाहुल स्पीति और पांगी को उसमें मिलाने की मांग की है।
इसकाे लेकर लाहुलवासी भड़क गए हैं। मारकंडा ने इस मामले काे लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह काे पत्र लिखा है और मामले में हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी इस मामले काे लेकर चर्चा की है। वहीं लाहौल स्पीति से पूर्व में रहे कांग्रेस के विधायक रवि ठाकुर ने भी लाहौल स्पीति और पांगी को लद्दाख में मिलाने की मांग का विरोध किया है और कहा है कि केंद्र सरकार को लाहौल स्पीति के लोगों और यंहा की भूगौलिक स्थिति को देखते हुए फैंसला लेना चाहिए। लाहौल स्पीति के लोग कभी भी लद्दाख में शामिल नहीं होना चाहेंगे। पूर्व विधायक ने मामले को राज्यपाल और मुख्यमंत्री से हिमाचल के लोगों का पक्ष रखने की मांग की है।