Edited By Vijay, Updated: 03 Jul, 2019 03:36 PM
हिमाचल प्रदेश की सबसे पुरानी नगर परिषदों में शुमार ऊना नगर परिषद आजकल स्टाफ की कमी से जूझ रही है। नगर परिषद ऊना के लिए वर्ष 1990 में प्रशासनिक व स्थापना विभाग में कुल 13 पद स्वीकृत किए गए थे जबकि 1990 से लेकर अब तक ऊना नगर परिषद में जनसंख्या अढ़ाई...
ऊना (अमित): हिमाचल प्रदेश की सबसे पुरानी नगर परिषदों में शुमार ऊना नगर परिषद आजकल स्टाफ की कमी से जूझ रही है। नगर परिषद ऊना के लिए वर्ष 1990 में प्रशासनिक व स्थापना विभाग में कुल 13 पद स्वीकृत किए गए थे जबकि 1990 से लेकर अब तक ऊना नगर परिषद में जनसंख्या अढ़ाई गुना बढ़ गई है लेकिन नगर परिषद में कर्मचारियों को बढ़ाने की बजाय जो 13 पद स्वीकृत हैं उनमें से भी 11 पद खाली चल रहे हैं।
कार्यकारी अधिकारी का पद लंबे समय से रिक्त
ऊना नगर परिषद में पिछले लंबे समय से कार्यकारी अधिकारी का पद खाली चल रहा है जबकि सहायक अभियंता, वरिष्ठ सहायक व क्लर्कों के पद खाली हैं। इसके अलावा कम्युनिटी ऑर्गेनाइजर, स्टैटिस्किल असिस्टैंट, सफाई निरीक्षक और सफाई पर्यवेक्षक के पद भी नहीं भर पाए हैं, जिस कारण ऊना नगर परिषद क्षेत्र में होने वाले विकास कार्यों का पहिया थम गया है।
बार-बार काटने पड़े रहे चक्कर, नहीं हो रहे काम
स्थानीय लोगों को रोजमर्रा के काम जैसे जन्म, मृत्यु, विवाह पंजीकरण, हाऊस टैक्स के अलावा अन्य कार्यों के लिए बार-बार चक्कर काटने पड़े रहे हैं, बावजूद इसके भी काम नहीं हो पा रहे हंै। स्थानीय लोगों ने सरकार से ऊना नगर परिषद में स्टाफ मुहैया करवाने की मांग उठाई है ताकि लोगों को अपने कार्यों के लिए बार-बार नगर परिषद कार्यालय में जाकर धक्के न खाने पड़ें।
सरकार को लिखित और मौखिक रूप से अवगत करवाया
वहीं नगर परिषद ऊना के अध्यक्ष बावा अमरजोत सिंह वेदी की मानें तो इस बारे विभाग और सरकार को कई बार लिखित और मौखिक रूप से अवगत करवाया गया है लेकिन समस्या का अभी तक निदान नहीं हो पाया है।