Edited By Punjab Kesari, Updated: 22 Oct, 2017 11:45 AM
कुल्लू जिला में कई पर्यटन स्थल उपेक्षित हैं। कुल्लू की ऊझी, पार्वती, गड़सा, मरहाजा, सिराज और बाह्य सिराज इलाकों में कई स्थान ऐसे हैं, जहां सैलानी पैदल भी पहुंच रहे हैं। इन स्थानों पर पहुंचने के बाद सैलानियों की मजबूरी यह है कि उन्हें कुछ देर वहां...
कुल्लू (शम्भू प्रकाश): कुल्लू जिला में कई पर्यटन स्थल उपेक्षित हैं। कुल्लू की ऊझी, पार्वती, गड़सा, मरहाजा, सिराज और बाह्य सिराज इलाकों में कई स्थान ऐसे हैं, जहां सैलानी पैदल भी पहुंच रहे हैं। इन स्थानों पर पहुंचने के बाद सैलानियों की मजबूरी यह है कि उन्हें कुछ देर वहां रुक कर तुरंत लौटना भी पड़ता है। इन जगहों पर सुविधाएं न होने के कारण सैलानी यहां अधिक दिनों तक रुकना मुनासिब नहीं समझते हैं। इन स्थानों को विकसित किया जाए तो पर्यटकों की आमद में और बढ़ौतरी हो सकती है। कई विदेशी सैलानी हालांकि ऐसे इलाकों में डेरा डाले रहते हैं लेकिन सुविधाओं के अभाव में वे भी ज्यादा दिन रुकना जरूरी नहीं समझते, ऐसे अनछुए पर्यटन स्थलों पर पहुंचने के लिए सड़कों की स्थिति भी ठीक नहीं है।
ऐसे अनछुए पर्यटन स्थलों को संवारना चाहिए
जलोड़ी, सोझा, हिडिम्बा मंदिर, खीरगंगा, सोलंगनाला, बिजली महादेव, तीर्थन क्षेत्र, लगघाटी के ऊंचाई वाले इलाकों में स्थित झीलें, जाणा, कालगा व शांघड़ सहित अन्य कई इलाकों में सैलानी जाना चाहते हैं, लेकिन सुविधाओं के अभाव में उनके कदम रुक जाते हैं। यदि कोई सैलानी जैसे-तैसे वहां पहुंच भी गया तो वहां रुकता नहीं। जिला कुल्लू के लोगों को इस बात का मलाल है कि ऐसे अनछुए पर्यटन स्थलों को संवारना चाहिए और इन्हें जोड़ने वाली सड़कों की हालत को सुधारना चाहिए। सड़कें ठीक होंगी तो इन इलाकों में सैलानियों की आमद बढ़ सकती है। बंजार से डोला सिंह, राम लाल, कुंदन ठाकुर, बाले राम व चमन आदि ने कहा कि इलाके में सैलानी आते हैं, लेकिन अधिक दिन नहीं रुकते। सबसे पहले सैलानी सड़क की खराब हालत को देखकर ही सरकार को कोसते हैं। कई तो खराब सड़क के कारण आधे रास्ते से ही लौट जाते हैं।
यहां के भी हालात भी खराब
मणिकर्ण घाटी के नरेंद्र ठाकुर, विजय ठाकुर, लोतम राम, मेहर चंद, खूब राम, लाभ सिंह व हीरा लाल आदि कहते हैं कि मणिकर्ण सड़क की हालत भी खराब है। कई जगह सड़क अवैध कब्जों के कारण संकरी है तो कहीं सड़क की वैसे ही हालत खराब है। पर्यटन सीजन में लंबा जाम सैलानियों के पसीने छुड़ा देता है, ऐसे में सैलानी दोबारा न आने की कसम खाते हैं। उन्होंने कहा कि जिला कुल्लू के अन्य कई इलाकों में भी ऐसे ही हाल हैं।
बिजली महादेव जाने सैलानियों को खराब सड़कें रोक रही
बिजली महादेव सैलानी जाना चाहते हैं लेकिन खराब सड़क सैलानियों के कदमों को रोकती है। इन लोगों ने कहा कि पर्यटन विकास विभाग और प्रशासन को इन उपेक्षित पर्यटन स्थलों को संवारने के लिए कदम उठाने चाहिए लेकिन ऐसा हो नहीं रहा है। इन लोगों ने कहा कि कई बार तो ऐसा लगता है कि विभाग व प्रशासन सैलानियों को कुल्लू बुलाने की बजाय यहां से भगाने का काम कर रहे हैं। सैलानियों के लिए उचित सुविधाएं जुटाई जानी चाहिए, तभी सैलानी अधिक संख्या में कुल्लू का रुख करेंगे और पर्यटन कारोबार भी चमकेगा।