Edited By Kuldeep, Updated: 07 Feb, 2019 04:05 PM
भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान बचाव कार्यों और बेहतर प्रबंधन के अभ्यास के लिए वीरवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कुल्लू में होमगाडर््स, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के सहयोग से एक मॉक ड्रिल करवाई।
कुल्लू (मनमिंदर): भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा के दौरान बचाव कार्यों और बेहतर प्रबंधन के अभ्यास के लिए वीरवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कुल्लू में होमगाडर््स, अग्निशमन, स्वास्थ्य विभाग और अन्य विभागों के सहयोग से एक मॉक ड्रिल करवाई। यह मॉक ड्रिल जिलाधीश कार्यालय परिसर में करवाई गई। सुबह करीब 11 बजकर 20 मिनट पर सायरन बजते ही जिलाधीश कार्यालय परिसर और मिनी सचिवालय के सभी अधिकारी-कर्मचारी तुरंत अपने कार्यालयों से बाहर आ गए। होमगार्ड्स और अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों के विशेष बचाव दस्ते ने भी तुरंत मौके पर पहुंच कर बचाव कार्य आरंभ कर दिया। इस दस्ते ने ए.डी.एम. कार्यालय और इसके साथ लगते अन्य भवनों में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला तथा एम्बुलैंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया। अग्निशमन विभाग के कर्मचारियों ने भूकंप के बाद भवन के अंदर लगी आग को बुझाने का भी अभ्यास किया। मॉक ड्रिल के दौरान जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ए.डी.एम. अक्षय सूद और नोडल ऑफिसर जिला राजस्व अधिकारी राजेश भंडारी ने स्वयं मौके पर बचाव कार्यों का जायजा लिया तथा बचाव दस्ते को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
कुल्लू जिले के अधिकांश क्षेत्र भूकंप संवेदनशीलता के जोन में आते हैं
ए.डी.एम. अक्षय सूद ने बताया कि कुल्लू जिला भूकंप की दृष्टि से काफी संवेदनशील है और इस जिले के अधिकांश क्षेत्र भूकंप संवेदनशीलता के जोन-4 और 5 में आते हैं। इसलिए भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए हमारी अच्छी तैयारी होनी चाहिए तथा इसके प्रति आम जनता को भी जागरूक रहना चाहिए। इसके मददेजनर ही वीरवार को जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मॉक ड्रिल का आयोजन किया।