Edited By Kuldeep, Updated: 25 Jun, 2018 08:47 PM
ब्यास की उफनती लहरों के पास जाकर सैल्फी लेना बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए खेल हो गया है।
कुल्लू : ब्यास की उफनती लहरों के पास जाकर सैल्फी लेना बाहरी राज्यों से आने वाले पर्यटकों के लिए खेल हो गया है। बजौरा से मनाली तक राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बह रही ब्यास नदी में रोजाना सैंकड़ों की तादाद में पर्यटकों को अपनी जान को जोखिम में डालकर ब्यास की लहरों के साथ सैल्फी लेते देखा जा सकता है। हालांकि जिला प्रशासन द्वारा ब्यास नदी के किनारे जगह-जगह पर ब्यास के किनारे न जाने के लिए चेतावनी बोर्ड भी लगाए हैं लेकिन बावजूद उसके पर्यटक इन्हें नजर अंदाज कर रहे हैं। सनद रहे कि चार साल पहले मंडी के थलोट में इसी माह हुए हादसे में 25 लोगों की जान चली गई थी। इसमें हैदराबाद के इंजीनियर छात्रों को जान से हाथ धोना पड़ा था।
प्रशासन के द्वारा जो बोर्ड लगाए गए थे उन्हें सड़क की चौड़ाई के कार्य के दौरान हटाया गया है। व्यास नदी की ओर पर्यटक न जा पाएं इसके लिए गश्त लगवाई जाएगी।
ए.एस.पी. निशिं्चत सिंह नेगी