Edited By Vijay, Updated: 14 Jan, 2019 08:05 PM
प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली से लौटे कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिलने उनके निवास हॉलीलॉज पहुंचे। वीरभद्र सिंह व राठौर के बीच संगठन को लेकर लंबी बातचीत चली। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र...
शिमला (योगराज): प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद दिल्ली से लौटे कांग्रेस के नए प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप राठौर सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से मिलने उनके निवास हॉलीलॉज पहुंचे। वीरभद्र सिंह व राठौर के बीच संगठन को लेकर लंबी बातचीत चली। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने राठौर को अध्यक्ष बनने पर बधाई देते हुए कहा कि पार्टी ने सही फैसला लिया है। थोड़ा वक्त पहले अगर हाईकमान यह फैसला ले लेता तो और भी अच्छा होता। वहीं लोकसभा चुनाव को लेकर वीरभद्र सिंह ने कहा कि संगठन को जब भी और जहां भी जरूरत होगी मैं हर वक्त उसके लिए तैयार हूं। वहीं कुलदीप राठौर ने कहा कि नियुक्ति के बाद मंदिर में पूजा-अर्चना करने के बाद वे वीरभद्र सिंह के पास आए हैं। वीरभद्र सिंह से उनका बहुत पुराना नाता है और जब कांग्रेस पार्टी का कार्यालय सीज हो गया था तो वीरभद्र सिंह के घर में पार्टी की मीटिंग हुआ करती थी।
मैं अभी इस विवाद में नहीं फंसना चाहता
वहीं अध्यक्ष बनाने के पीछे सुक्खू का हाथ होने के सवाल पर राठौर ने कहा कि मैं अभी इस विवाद में नहीं फंसना चाहता हूं। मुझे राहुल ने अध्यक्ष पद पर सभी के सहयोग से बैठाया है। गुटबाजी को लेकर उन्होंने कहा कि हमें बड़ों कि बातों का बुरा नहीं मानना चाहिए और थोड़ा सब्र करना चाहिए। पार्टी में आने वाले समय में सारी गुटबाजी पूरी तरह से खत्म हो जाएगी। सुखविंदर सिंह सुक्खू और वीरभद्र सिंह के बीच जो भी मतभेद है वे जल्द खत्म किए जाएंगे।
5 साल पहले एक-दूसरे के धुर विरोधी थे वीरभद्र-राठौर
बताया जा रहा है कि वीरभद्र सिंह ने राठौर को अपने समर्थकों को पदाधिकारी बनाने की सूची दी है, साथ ही शिमला में 17 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम पर भी मंथन किया गया। 5 साल पहले एक-दूसरे के धुर विरोधी रहे कुलदीप राठौर और वीरभद्र सिंह की जुगलबंदी प्रदेश में नए समीकरण बना सकती है। सुक्खू गुट के लिए ये जुगलबंदी परेशानियां खड़ा कर सकती है क्योंकि आजकल सुक्खू और वीरभद्र सिंह के बीच जुबानी जंग चल रही है। इसी बीच सुक्खू के वीरभद्र सिंह को लेकर दिए गए बयान पर बवाल मचा हुआ है। वीरभद्र सिंह ने बाकायदा 11 कांग्रेसी विधायकों के नाम से प्रैस नोट जारी कर सुक्खू के खिलाफ खुली बगावत का ऐलान कर दिया है।