Edited By Simpy Khanna, Updated: 07 Sep, 2019 12:52 PM
हिमाचल के एक मंत्री को उस समय मणिमहेश यात्रा पर आए भद्रवाह के शिवभक्तों के रोष का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब सुबह से दोपहर तक बस सुविधा पाने के लिए ये श्रद्धालु धक्के खाते रहे लेकिन उन्हें बस सुविधा नहीं मिली। जैसे ही उन्हें भरमौर हैलीपैड...
भरमौर (उत्तम): हिमाचल के एक मंत्री को उस समय मणिमहेश यात्रा पर आए भद्रवाह के शिवभक्तों के रोष का सामना करने के लिए मजबूर होना पड़ा, जब सुबह से दोपहर तक बस सुविधा पाने के लिए ये श्रद्धालु धक्के खाते रहे लेकिन उन्हें बस सुविधा नहीं मिली। जैसे ही उन्हें भरमौर हैलीपैड पर मंत्री के आने का पता चला तो उन्होंने वहां पहुंच कर मंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
जानकारी के अनुसार मणिमहेश यात्रा करके वापस भरमौर लौटे भद्रवाह के सैंकड़ों श्रद्धालु सुबह से दोपहर तक चम्बा जाने के लिए बस सुविधा पाने के लिए प्रयास करते रहे लेकिन यात्रियों के लिए कोई सुचारू व्यवस्था न होने की वजह से भद्रवाह से आए श्रद्धालुओं को बस सेवा पाने में सफलता हासिल नहीं हो रही थी। धक्केशाही का माहौल होने के चलते महिलाओं व बच्चों को बस सुविधा नहीं मिल पा रही थी। घंटों तक इस धक्केशाही व्यवस्था को झेल रहे इन श्रद्धालुओं के सब्र का पैमाना उस समय छलक गया जब उन्हें मंत्री के मणिमहेश स्नान करके वापस भरमौर लौटने के बारे में पता चला।
बस फिर क्या था, सरकारी व्यवस्था को लेकर नाराज शिवभक्तों ने मंत्री के भरमौर हैलीपैड पर पहुंचते ही नारेबाजी की। हर वर्ष मणिमहेश स्नान के समाप्त होने पर इस प्रकार की स्थिति देखने को मिलती है क्योंकि एक साथ जब हजारों लोग मणिमहेश यात्रा करके वापस भरमौर लौटते हैं तो बसों की सीमित सेवा के साथ महिलाओं व बच्चों के लिए कोई विशेष सुविधा अथवा व्यवस्था न होने की वजह से इस प्रकार के जनाक्रोश का स्थानीय प्रशासन व नेताओं को सामना करना पड़ता है।