Edited By Simpy Khanna, Updated: 12 Sep, 2019 11:22 AM
नाहन में राज्य अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर की अध्यक्षता में हिमाचल किसान सभा की बैठकआयोजित हुई जिसमें किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कुलदीप तंवर ने कहा कि जंगली जानवरों के आतंक के चलते हिमाचल के...
नाहन (सतीश शर्मा) : नाहन में राज्य अध्यक्ष कुलदीप सिंह तंवर की अध्यक्षता में हिमाचल किसान सभा की बैठकआयोजित हुई जिसमें किसानों से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए कुलदीप तंवर ने कहा कि जंगली जानवरों के आतंक के चलते हिमाचल के किसानों -बागवानो को सालाना 400 से 500 करोड़ का नुकसान हो रहा है। उन्होंने कहा कि बंदर सबसे ज्यादा नुकसान फसलों को पहुंचा रहे है। हिमाचल में कुल साढे छह लाख हेक्टेयर जमीन है जिसमें से करीब 75 हजार हेक्टेयर जमीन किसानों ने बंजर छोड़ दी है और अगर इस पर खेती होती तो करीबन 800 से 900 करोड़ की आमदनी किसानों बागानों की हो सकती थी।
किसान सभा का कहना है कि जंगली जानवरों की समस्या से हालात यह पैदा हो गए हैं कि किसानों और बागवानों को अपना अन्य कामकाज छोड़कर इनकी रखवाली करनी पड़ रही है। अंदाजन सरकार को इस दिशा में कदम उठाने चाहिए जो नहीं उठाए जा रहे है। किसान सभा का यह भी आरोप है की सरकार द्वारा बंदरों पर नसबंदी के नाम पर करोड़ो की फ़िजूल खर्ची की जा रही है क्यूंकि प्रदेश में बंदरों को वर्मिन घोषित किया जा चूका है और इन्हें मारा जा सकता है। ऐसे में बंदरों की नसबंदी की आवश्यकता ही नहीं रहती।