Edited By Ekta, Updated: 13 May, 2018 02:17 PM
बहुचर्चित कसौली गोलीकांड में घायल बेलदार गुलाब सिंह आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया। बताया जा रहा है कि बेलदार ने शनिवार रात 10 बजे के करीब पीजीआई में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक पीजीआई में भर्ती गुलाब सिंह की वीरवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई थी।...
सोलन (नरेश): बहुचर्चित कसौली गोलीकांड में घायल बेलदार गुलाब सिंह आखिरकार जिंदगी की जंग हार गया। बताया जा रहा है कि बेलदार ने शनिवार रात 10 बजे के करीब पीजीआई में अंतिम सांस ली। जानकारी के मुताबिक पीजीआई में भर्ती गुलाब सिंह की वीरवार को अचानक तबीयत बिगड़ गई थी। जिसके चलते उसे वेंटीलेटर पर रखा गया था। गुलाब सिंह के भतीजे लेखराम ने बताया है कि जब उनको एक वार्ड से दूसरे में शिफ्ट किया जा रहा था तो वह अचेत अवस्था में चले गए जिसकी सूचना उन्होंने तुरंत चिकित्सकों को दी। जिसके बाद उन्हें उसे वेंटीलेटर पर रख दिया गया और तब से अभी तक वह अपने होशो हवास में नहीं थे।
चिकित्सक भी यह बताने में असमर्थ दिख रहे थे कि आखिर कब तक गुलाब को होश आएगा। बताया जा रहा है कि इससे पहले मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गुलाब सिंह का हाल जानने पीजीआई गए थे। उस समय उनकी हालत बहुत अच्छी थी। लेकिन वीरवार को अचानक उनकी तबियत बिगड़ गई। डॉक्टरों ने कहा था कि 72 घंटे उसके लिए बेहद नाजुक हैं और वह बेहतर इलाज देकर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन उनकी लाख कोशिशों के बावजूद गुलाब सिंह ने दम तोड़ दिया। गुलाब सिंह का सरकारी अस्पताल चंडीगढ़ सेक्टर-16 में पोस्टमार्टम करवा कर शव परिजनों को सौंपा जाएगा।
यह है मामला
1 मई को सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर कसौली में टीसीपी अधिकारी शैलबाला की अगुवाई में एक टीम अवैध निर्माण गिराने पहुंची थी। इस दौरान लोनिवि कर्मचारी गुलाब सिंह भी शैलबाला के साथ मौजूद थे। अवैध निर्माण गिराते समय नारायणी गेस्ट हाउस के मालिक विजय सिंह ठाकुर ने अधिकारियों से कहासुनी के बाद अपनी पिस्तौल से शैलबाला और गुलाब सिंह पर गोलियां दाग दी थीं। इस हमले में शैलबाला शर्मा की मौके पर मौत हो गई, जबकि गुलाब सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे। गंभीर हालत में उन्हें पीजीआई रेफर कर दिया गया था। गुलाब सिंह को दिल के करीब चार इंच नीचे गोली लगी थी।