Edited By Kuldeep, Updated: 04 Feb, 2019 06:01 PM
बैजनाथ से पठानकोट की ओर जाने वाली सुबह की पहली टे्रन संख्या 52464 को मलां फाटक पर आधा घंटा गेट बंद न होने के कारण रुकना पड़ा।
कांगड़ा (कालडा़): बैजनाथ से पठानकोट की ओर जाने वाली सुबह की पहली टे्रन संख्या 52464 को मलां फाटक पर आधा घंटा गेट बंद न होने के कारण रुकना पड़ा। जानकारी के अनुसार सुबह की यह पहली ट्रेन हर दिन की तरह लगभग 5 बजे पालमपुर से रवाना हुई और नगरोटा बगवां से पहले मलां पर जोकि राष्ट्रीय उच्चमार्ग पठानकोट-मंडी पर स्थित है के फाटक नंबर 228 पर तैनात गेटमैन जगन्ननाथ रेलवे ट्रैफिक द्वारा किए जा रहे फोन को नहीं उठा रहा था। इस हालत में रेलवे लाइन की क्लीयरैंस न मिलने के कारण अधिकारियों ने ट्रेन के गार्ड सतनाम को रुककर चलने का आदेश जारी कर दिया। ट्रेन के चालक ने रेल को रोक दिया और देखा कि फाटक खुला है और राष्ट्रीय उच्चमार्ग पर वाहनों की आवाजाही चल रही है। ट्रेन के चालक ने देखा कि गेटमैन वहां पर अचेत पड़ा है।
पता लगने पर तुरंत एम्बुलैंस से गेटमैन को उपचार के लिए ले गए
इस पर गार्ड ने तुरंत 108 पर फोन करके एम्बुलैंस को बताया और गेटमैन को उपचार के लिए टांडा अस्पताल ले जाया गया। इस दौरान ट्रेन भी लगभग आधा घंटा फाटक नंबर 228 से पहले रुकी रही। बाद में गेट बंद करवाकर उसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया। रेलवे अधिकारियों ने इसकी सूचना अपने उच्चाधिकारियों को फिरोजपुर डिवीजन में दे दी। थाना प्रभारी रेलवे कांगड़ा युद्धबीर सिंह ने बताया कि पता चला है कि एक निजी अस्पताल उसके परिजन उसे टांडा से उपचार के लिए ले गए हैं।