Edited By Ekta, Updated: 09 Apr, 2019 10:27 AM
कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट पर इस बार भाजपा के मंत्रियों और विधायकों की डेढ़ साल की परफॉर्मैंस की कड़ी परीक्षा होगी। लोकसभा सीट के तहत आने वाले 17 विस हलकों में पार्टी के विधायकों के बीच पार्टी प्रत्याशी को बढ़त दिलाने के लिए एक किस्म का मुकाबला भी...
धर्मशाला/पालमपुर (सौरभ सूद/ब्यूरो): कांगड़ा-चंबा संसदीय सीट पर इस बार भाजपा के मंत्रियों और विधायकों की डेढ़ साल की परफॉर्मैंस की कड़ी परीक्षा होगी। लोकसभा सीट के तहत आने वाले 17 विस हलकों में पार्टी के विधायकों के बीच पार्टी प्रत्याशी को बढ़त दिलाने के लिए एक किस्म का मुकाबला भी होगा। 2014 के संसदीय चुनाव की बात करें तो भाजपा प्रत्याशी शांता कुमार ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी कांग्रेस के चंद्र कुमार पर सभी 17 विस हलकों में लीड हासिल की थी जबकि उस समय प्रदेश में कांग्रेस की सरकार व अधिकतर विस हलकों में कांग्रेस के विधायक थे।
मोदी लहर के चलते शांता ने चंद्र कुमार को रिकार्ड 1 लाख 70 हजार वोटों से मात दी थी लेकिन 2017 में हुए विधानसभा चुनावों में लोकसभा हलके में आने वाले कांगड़ा के 3 और चम्बा के 1 विधानसभा क्षेत्र में भाजपा को पराजय झेलनी पड़ी। यही नहीं, 2014 के संसदीय चुनावों के बनिस्बत 2017 के विस चुनाव में अधिकतर हलकों में भाजपा की बढ़त कम हो गई। पालमपुर, कांगड़ा और फतेहपुर में गुटबाजी के चलते पार्टी उम्मीदवारों की हार हुई जबकि चम्बा के डल्हौजी में भाजपा महज 556 वोट से चुनाव हारी थी। अब सत्ता में होने के चलते इस हॉट सीट पर भाजपा की प्रतिष्ठा दाव पर है। दूसरी ओर कांग्रेस के पूर्व मंत्री व विधायक भी 2017 में हुई हार के बाद अपने-अपने हलकों में पार्टी प्रत्याशी को लीड दिलवाकर 2022 के विस चुनावों के लिए मजबूत दावा पेश करना चाहेंगे। कांग्रेस के लिए इस चुनाव में उम्मीद की किरण यह है कि 2017 के चुनाव में अधिकतर हलकों में हार का अंतर 2014 के मुकाबले कम हो गया।
शांता को बैजनाथ में मिली थी सर्वाधिक लीड 2014 में चुनाव में भाजपा के शांता कुमार को बैजनाथ (रिजर्व) विस हलके में सर्वाधिक 14,555 वोट की लीड मिली थी। इसके अलावा दूसरे नंबर पर कांगड़ा हलके में 14,319 और तीसरे नंबर पर शाहपुर से 14,251 वोट की बढ़त शांता ने ली थी। शांता ने चंद्र कुमार के विस हलके ज्वाली से भी 1,650 वोट की लीड ली थी। चुराह (रिजर्व) से शांता को 2,541, चंबा से 9,575, डल्हौजी से 8,548, भटियात से 10,725, नूरपुर से 12,427, इंदौरा (रिजर्व) से 8,579, फतेहपुर से 9,899, ज्वालामुखी से 13,152, जयसिंहपुर से 6,365, सुलह से 12,798, नगरोटा से 10,564, धर्मशाला से 8,092 व पालमपुर से 11,426 वोटों की लीड मिली थी।
मुद्दों पर बहस
होली-उतराला मार्ग एक ऐसा मुद्दा है जिसका चाहे विस चुनाव हो या लोकसभा चुनाव, राजनीतिक तौर पर सभी पार्टियां समुचित लाभ उठाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ती हैं। इसके अलावा पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल लाइन की गूंज भी वर्षों से सुनने को मिल रही है।
भाजपा का काम सिर्फ शगूफे छोड़ना: काजल
बैजनाथ कांग्रेस सम्मेलन में पहुंचे कांगड़ा-चम्बा लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार पवन काजल ने मुद्दे को हवा देते हुए गद्दी बहुल वोट बैंक पर सेंध लगाई। काजल ने कहा कि जो काम सांसद शांता कुमार नहीं कर पाए वह काम अब कांग्रेस करेगी। काजल ने कहा कि भाजपा सरकार सिर्फ शगूफे छोड़ना जानती है लेकिन कांग्रेस पार्टी काम करने में विश्वास रखती है। इसके अलावा काजल ने कहा कि जिस पठानकोट-जोगिंद्रनगर रेल मार्ग को भाजपा के सांसद ब्रॉडगेज नहीं करवा सके, उसे भी वह प्रमुखता से पूरा करवाएंगे।
2014: भाजपा-कांग्रेस को मिले वोट
विस क्षेत्र भाजपा कांग्रेस
चुराह 21,365 18,824
चम्बा 25,519 15,944
डल्हौजी 22,376 13,828
भटियात 25,408 14,683
नूरपुर 29,829 17,402
इंदौरा 27,442 18,863
फतेहपुर 25,234 15,335
ज्वाली 27,820 26,170
ज्वालामुखी 27,096 13,944
जयसिंहपुर 23,366 17,001
सुलह 33,832 21,034
नगरोटा 28,062 17,498
कांगड़ा 27,793 13,474
शाहपुर 28,955 14,704
धर्मशाला 26,329 18,237
पालमपुर 26,235 14,804
बैजनाथ 28,499 13,944